किस्मत वाले होते हैं जिनको कोई चाहने वाला मिलता है। यह कविता एक प्रेमी अपनी प्रेमिका के लिए समर्पित कर रहा है। आशा है आपको पसंद आएगी। अगर कविता अच्छी लगी हो तो कृपया शेयर, लाईक और कमेंट अवश्य करें। Hindi Love Poem in Devanagari Font: तुम जो सजती होसंवरती होसुबह की धूप जैसेमुझपर बिखरती […]
पहला प्यारतेरी आँखों में देखा तो हर ख़ुशी दिख गयीसोचती हूँ क्या था तेरी आँखों में जो मैं खिल गयीअजीब सा महसूस कुछ कर रही थी मैंअलग सी चमक कुछ थी मेरे चेहरे पेसोचा बताऊँ किसी कोपर क्या बताऊँ पता नहीं क्या था वो एहसासकौन था तू भूल न पायीरातों को काफी कोशिश के बाद […]
आँखों के सामने आंखें खोलें तो दीदार तुम्हारा होना चाहिए,अगर करे बंद तो स्वप्न तुम्हारा होना चाहिए,हमें मरने के लिए हर लम्हा मंज़ूर है,बस कफ़न के बदले आँचल तुम्हारा होना चाहिए। तुझे आँखों के सामने रखने की कोशिश करता रहता हूँ,कोई कर न ले साज़िश तुझे चुराने की इस बात से डरता रहता हूँ,तुझे आँखों […]
अगर मेरे बस में होता (कविता का शीर्षक)आसमान के सारे चाँद-तारे तोड़ लाता,दुनिया की सारी सुंदरता,तुम्हारे बालों में सजा देता,अगर मेरे बस में होता,दुनिया के सभी झरनों को ,मैं “माही” बना देता,आँखों से बहते आँसू,और लबों पर मुस्कान झलकते,दोनों को मैं संगम बना देता,अगर मेरे बस में होता,रातों में भी तुम्हारे, ख्बाबों में सोता,सपनों में […]
आप की यादें (कविता का शीर्षक)चाँदनी रात हैएक प्यारी सी बात हैहाथों में चाय का प्याला हैआपके आगमन से जीवन में उजाला हैयही बैठे हुएचाय की चुस्कियाँ लगाते हैंजबभी आपका खयाल आता हैमन ही मन मुस्कुराते हैं । यूँ तारों का टिम-टिमानाआपकी आखें याद दिलाता हैचाँद पर नज़र जाए तोआपका चेहरा नज़र आता हैकुछ तो […]
उमंग-तरंग (शीर्षक)डूब डूब उतर आओआमग्न हो प्यार मेंझील की जल परियोंडूब डूब उतर आओ अंधेरे के आंचल मेंहीरे की कणियों सीआशा की जुगनुओंखुशियों के बयार मेंपंख पंख लहराओआमग्न हो प्यार मेंडूब डूब उतर आओ नभ में तेरी काया उजलीउर में यौवन की बिजलीसागर की ललनाओंदिल के दयार मेंबूंद बूंद बरसाओआमग्न हो प्यार मेंडूब डूब उतर […]
तुमसेउस एक दिन जब बातें शुरू हुई तुमसेलगा कुछ तो अलग सा है तुम मेंलगा कुछ तो नया सा है तुम मेंफिर रोज़ की बातें होती गयीऔर यूं बिना सोचे पिघलती रही मैं उन मेंयूं ही बिना समझे फिसलती रही उस रास्ते पेहाँ पता था मुझको दोबारा उसी रास्ते जा रही हूँ जहाँ गम बहुत […]
क्या हो तुम (कविता का शीर्षक)तुम्हें पता है कौन हो तुममेरे जिंदगी की अनछुई परछाई हो तुमसमझता मैं भी अजनबी था तुझे,मिला मुझे खुद का पता जब न था,मिली जब पनाह तेरे प्यार की,छोड़ हक़ीक़त सपनों में खो गया,मिला तेरा साथ तो अपनों का हो गया,बिताये हर एक पल ग़मों से दूर रहा मैं,रहता जिस […]
सच- सच बताओ यार कि कौन हो तुम सोचते – सोचते थक गया हूँ मैं, फिर भी सोचता रहा,लेकिन फिर भी नहीं समझ पाया,कि कौन हो तुम,क्या भूखे के पेट की रोटी की तलाश हो तुम,या प्यासे को पानी की तलाश हो तुम,या फिर जिंदगी की बीती हुई यादों का अहसास हो तुम,या बरसो बाद […]
रिश्ते की एहमियतजड़ों में ज़ख्म लग जायेंतो शाखें सूख जाती हैं,मिले हों मन अगरतो बातें रास आती हैं,दो लोगों की ज़रूरत कोकोई क्या जान पाया है,जुदाई एक दूजे कीअहमियत को बताती है ।भदौरिया निहारिका (रचनाकार ) Meaning with English Translations (for international and non-Hindi readers): Rishtey Ki Ehmiyat (The Importance of a Relationship) Jadon mein […]
कुछ कहो तो सही एक अजनबी तुम एक अजनबी हमअनजानी राहों में मिल जाएंगेकुछ कहो तो सहीगर बात होगी, तो तनहा न ये रात होगीये खामोश लब खुद-ब-खुद मुस्कुरायेंगेकुछ कहो तो सहीगमों को उतार इन एहसासों में डूबकर तो देखोज़ख्म खुद-ब-खुद भर जाएंगेकुछ कहो तो सहीहाथों में हाथ होगा, एक-दूजे का साथ होगाये दृग-मेघ खुद-ब-खुद […]
‘वह पल’ सालों का इंतज़ार एक पल बनके खड़ा था चाह तो थी कुछ और लेकिन समय विपरीत ही चल पड़ा था ।। पल की नज़दीकी क्षणिक और थी समय का चक्र भी मानो स्थल सा पड़ा था ।। आते ही उसके मैं समझ से बाहर खड़ा था मानो किसी बंजर जमीन को पानी का […]
मैखाना याद आया तेरी आँखों की बात हो तो पैमाना याद आया!उल्फ़त जो याद आयी तो मैखाना याद आया! दुनिया वाले करते है इश्क़ और गम की बातें!जब भी देखा शमा को तो परवाना याद आया! ज़माने भर की बातो में कही भूल न जाना हमें!अक्सर ख्वाबों में तेरा मुस्कुराना याद आया! बरसात के मौसम […]
रात की खुमारी मूक अँधेरी रात मेंकिसने छेड़ी बांसुरी की विरह तान कसमसाती हैं कलियाँ सनसनाते हैं कुछ गुमसुम अरमान बहती चपल बयार दिल का दुखड़ा कोई गुनगुनाती है साजन की याद में तड़पती विरहन कोई कुनमुनाती है चाँद है बरसाता नभमंडल से स्वेत अनुरागी कण धरा चूमती जिनको रसीले अधरों से हर-पल हर-क्षणअप्सरा करती श्रृंगार थामकर हाथों में अलौकिक दर्पण झिलमिल तारे झूमकर करते शुभ बेला में […]