ऐसा लगाक्यों ऐसा लगा मैंने उसे देखाक्यों ऐसा लगा मैंने उसे सोचारातें ये दिनसिर्फ उसकी यादों मेंखोए रहते हैंपर इक खामोशी की चादर मेंछुपकर सोए रहते हैंन दिखाते हैं चेहरा अपनाआंसू भी इनकीआँखों में ख्वाब पिरोए रहते हैंआज उसकी यादें कुछ कहना चाहती हैंमरे इन सपनों को अपना बनाना चाहती हैंहो सकता है देख रहा […]
दिल से आवाज़ आयी हैदिल से आवाज़ आयी हैजो कहा नहीं जाता वो सब बोलता है दिलशायद आँखों से पता लग जाये क्या कहता है दिलयार अजीब बात है इतनी याद आयी हैकि सोचते सोचते मेरी आंख भर आयी हैये मैं नहीं बोल रहाये तो दिल से आवाज़ आयी हैसुबह उठते ही आपको देखने को […]
गलती बेशक गलती सिर्फ तेरी नहीं,कुछ मेरी भी होगी खामोश रातों में आंखें तेरी भी भीगी होगीयकीन है हमेंतू भी तड़पा होगा भीगी पलकों के साथबीते लम्हों की तुझे भी याद आयी होगीबेशक गलती सिर्फ तेरी नहीं,कुछ मेरी भी होगी वो रातों की कुछ शरारतेंजिस में अक्सर नींदें खो जाया करती थीबेशक तुझे भी याद […]
आँखों के सामने आंखें खोलें तो दीदार तुम्हारा होना चाहिए,अगर करे बंद तो स्वप्न तुम्हारा होना चाहिए,हमें मरने के लिए हर लम्हा मंज़ूर है,बस कफ़न के बदले आँचल तुम्हारा होना चाहिए। तुझे आँखों के सामने रखने की कोशिश करता रहता हूँ,कोई कर न ले साज़िश तुझे चुराने की इस बात से डरता रहता हूँ,तुझे आँखों […]
तुम्हारी याद दिल से जाती नहीं (कविता का शीर्षक) तुम से मिलने की आशा बहुत है मगर,तुम से मिलने कि रुत है कि आती नहीं|करूँ कितनी भी कोशिश दिल बहलाने की मगर,एक तेरी याद दिल से है कि जाती नहीं || प्रेम कि राह में मुझको ले चली|वो हाथ पकड़ के अपनी गली||मैं तो चलता […]
तेरी यादें (कविता का शीर्षक)उल्फत है तेरी कि ये बाहें तुझे पुकारती हैंहर रोज़ तेरी चाहत में ये तन्हाई मुझे डराती हैखुदा करे ये मुहब्बत तुझे भी एक बार मिलेये दर्द जो मुझे मिला है तुझे हर बार मिलेटूटे तारे की चमक भी नहीं छुपा सकतेये दर्द जो सीने में है तुम्हें भी नहीं बता […]
कुछ तो असर है (कविता का शीर्षक)कुछ तो असर है ज़िन्दगी में तेरी दुआओं का,कि ग़म बहुत है, आँखें भी नम है,फिर भी जिए जा रहे हैं, धीरे धीरे ही सही पर दो घूँट पीए जा रहे हैं,एक नीला सा आसमान है, कहने को तो सारा जहान है,पर तेरे बिना सब मंजर बंजर सब रेगिस्तान […]
जाने भी दो यारों (कविता का शीर्षक)जाने भी दो यारोंजाने भी दो यारोंकब तक निगाहों में उनके बनते फिरोगे तुम गाफ़िलकल भी तेरे गुनाहों की चर्चा थी महफ़िल महफ़िलइस शोख मुहब्बत से तौबा क्यों न कर लो यारोंजाने भी दो यारोंअटकी पड़ी हैं सांसें बंद घड़ी की सूइयों सीमिलन की आशाएं दुबकी पड़ी छुइमुइ सीनयनों […]
तुमसेउस एक दिन जब बातें शुरू हुई तुमसेलगा कुछ तो अलग सा है तुम मेंलगा कुछ तो नया सा है तुम मेंफिर रोज़ की बातें होती गयीऔर यूं बिना सोचे पिघलती रही मैं उन मेंयूं ही बिना समझे फिसलती रही उस रास्ते पेहाँ पता था मुझको दोबारा उसी रास्ते जा रही हूँ जहाँ गम बहुत […]
लगता है उससे मोहब्बत होने लगी हैसूरत ना देखी मैंने उसकी,मूरत फिर भी उसकी बनने लगी है,दिन को चैन नहीं आता,और रातों की नींद उड़ने लगी है,लगता है उससे मोहब्बत होने लगी है,उसकी यादों में, आँखों से नीर बहते है,अब तो आँखों को आँसू से मोहब्बत होने लगी है,कलम लिखना चाहती है, केवल तुम्हारे बारे […]
मुझे तुमसे इश्क़ हो गयाखुदा से मिला रहमत है तूमेरे लिए बहुत अहम् है तूतेरे प्यार का मुझपे रंग चढ़ गयामुझे तुमसे इश्क़ हो गयान न करते कब हाँ कर बैठीदिमाग का सुनते सुनते कब दिल की सुन लीबस इतना पता है तुमसे इश्क़ हो गयाकब हुआ कैसे हुआ बस हाँ तुमसे इश्क़ हो गयातेरे […]
एक पहल रिश्ते की ओर (कविता का शीर्षक )सुनो… सुनो न!कुछ तुम बदलो, कुछ हम बदलेंऔर बदलके इस रिश्ते को ढेर सारा प्यार देते हैं !चलो न, वक़्त रहते इस रिश्ते को सवार लेते हैं!जो गलतियां तुमने की हैं, जो गलतियां मैंने की हैं!साथ बैठके आज उन्हें सुधार लेते हैंचलो न, वक़्त रहते इस रिश्ते […]
क्या हो तुम (कविता का शीर्षक)तुम्हें पता है कौन हो तुममेरे जिंदगी की अनछुई परछाई हो तुमसमझता मैं भी अजनबी था तुझे,मिला मुझे खुद का पता जब न था,मिली जब पनाह तेरे प्यार की,छोड़ हक़ीक़त सपनों में खो गया,मिला तेरा साथ तो अपनों का हो गया,बिताये हर एक पल ग़मों से दूर रहा मैं,रहता जिस […]
एक सहारा मिला था (कविता का शीर्षक) एक सहारा मिला था,जीवन में आगे बढ़ने के लिएआज वो भी छूटा सा नज़र आ रहा हैजो बनाया था कभी सपनों का महल,आज वो भी टूटा से नज़र आ रहा हैजीवन की नदी पार करने काकोई किनारा नहीं दिखाई पड़ता,बस चारों ओर समंदर नज़र आ रहा हैउलझ गया […]