किस्मत वाले होते हैं जिनको कोई चाहने वाला मिलता है। यह कविता एक प्रेमी अपनी प्रेमिका के लिए समर्पित कर रहा है। आशा है आपको पसंद आएगी। अगर कविता अच्छी लगी हो तो कृपया शेयर, लाईक और कमेंट अवश्य करें। Hindi Love Poem in Devanagari Font: तुम जो सजती होसंवरती होसुबह की धूप जैसेमुझपर बिखरती […]
लगता है उससे मोहब्बत होने लगी हैसूरत ना देखी मैंने उसकी,मूरत फिर भी उसकी बनने लगी है,दिन को चैन नहीं आता,और रातों की नींद उड़ने लगी है,लगता है उससे मोहब्बत होने लगी है,उसकी यादों में, आँखों से नीर बहते है,अब तो आँखों को आँसू से मोहब्बत होने लगी है,कलम लिखना चाहती है, केवल तुम्हारे बारे […]
मुझे तुमसे इश्क़ हो गयाखुदा से मिला रहमत है तूमेरे लिए बहुत अहम् है तूतेरे प्यार का मुझपे रंग चढ़ गयामुझे तुमसे इश्क़ हो गयान न करते कब हाँ कर बैठीदिमाग का सुनते सुनते कब दिल की सुन लीबस इतना पता है तुमसे इश्क़ हो गयाकब हुआ कैसे हुआ बस हाँ तुमसे इश्क़ हो गयातेरे […]
क्या हो तुम (कविता का शीर्षक)तुम्हें पता है कौन हो तुममेरे जिंदगी की अनछुई परछाई हो तुमसमझता मैं भी अजनबी था तुझे,मिला मुझे खुद का पता जब न था,मिली जब पनाह तेरे प्यार की,छोड़ हक़ीक़त सपनों में खो गया,मिला तेरा साथ तो अपनों का हो गया,बिताये हर एक पल ग़मों से दूर रहा मैं,रहता जिस […]
सुनो (कविता का शीर्षक ) सुनो, क्या दो पल मुझसे बात करोगी?सुनो, ज़िन्दगी के सफ़र पर तुम मेरे साथ चलोगी?सुनो, मेरी कहानियों से निकल तुम रास्ते में मेरा हाथ पकड़ोगी?सुनो, तुम क्यों हर वक्त जानकर भी अनजान बनती होकुछ सीख तुम्हें भी तो मिली होगीकि कैसे किया जाता है प्यारएक बार फिर पूछता हूँसुनो क्या […]
कुछ कहो तो सही एक अजनबी तुम एक अजनबी हमअनजानी राहों में मिल जाएंगेकुछ कहो तो सहीगर बात होगी, तो तनहा न ये रात होगीये खामोश लब खुद-ब-खुद मुस्कुरायेंगेकुछ कहो तो सहीगमों को उतार इन एहसासों में डूबकर तो देखोज़ख्म खुद-ब-खुद भर जाएंगेकुछ कहो तो सहीहाथों में हाथ होगा, एक-दूजे का साथ होगाये दृग-मेघ खुद-ब-खुद […]
February 12, 2019.Reading time less than 1 minute.
समय मिले तो आकर मिलनालाइब्रेरी की टेबल पर,कुछ न बोलेंगें हम ज़ुबाँ सेऔर अटकेंगे किताबों पर,पलटेंगे पेजों को यूँ हींलफ्ज़ सुनेंगें हज़ारों पर,लिखे हुए लैटर का क्या करना ?जज़्बात पढ़ेंगे आँखों पर,दांतों तले कभी होंठ दबातेमुस्कान छुपायेंगे होंठों पर,समय मिले तो आकर मिलना,लाइब्रेरी की टेबल पर। (इस कविता के रचनाकार के सम्बन्ध में विवाद होने […]
अब दिल ये मेरी सुनता नहीं बहुत समझाया है मैने इस दिल को पर अब ये मेरी सुनता नहीं हर धड़कन में अब तुम हो बसे कि ये सपना कोई बुनता नहीं तुम अब मेरे नही हो सकते ये दिल भी जानता है पर इस दिल का क्या कसूर ये तो तुझे ही खुदा मानता […]
इन थमे थमे इन लम्हों में प्यार के कुछ नगमो में दिल मेरा तुमसे कहता है वो आई नहीं वो आई नहीं चलती हुई इन पवनो में जो तेरी ख़ुश्बू बहती है वो जिस्म को मेरे छू के कहती वो आई नहीं वो आई नहीं हर लम्हा तुझ बिन हँसता मुझे कहता मैं हूँ […]
मेरी ज़िन्दगी की खुली किताब हो तुम मेरे जीने का एहसास हो तुम मेरे लिए एक प्यारा सा गुलाब हो तुम जो हमेशा महकता रहता है तुम हंसती हो तो ऐसा लगता है जैसे सारी खुशियां मिल गयी मुझे तुम्हारे प्यार में इस कदर डूब जाता हूँ कि दिन और रात का होश नहीं रहता […]
मेरे दिल का हाल बुरा है तेरे बिना तुझसे जुदा होकर जीना भी क्या जीना दिन लम्बे रातें तनहा तेरे बिना तुझको पुकारूँ मैं दिल से आ जाना तेरी मीठी बातें वो पायल की झंकार सुना जाना गली गली घूमूं तुझको चाहूँ मिल जाना तेरी याद में आवारा पागल तेरा दीवाना -अनुष्का सूरी
जिसे इन अठारह सालों में नहीं किया उस काम को आज करने की तमन्ना थी जिस इज़हार से डर लगता है उसे आज करना चाहती थी ज़िन्दगी देने वाला कोई और है ये जानती हूँ पर तुम्हारे साथ चंद खूबसूरत लम्हे जीना चाहती थी जो प्यार आज तक किसी को नहीं दिया वो कल तुम […]
दिल ने देखा एक ख्वाब ख्वाब में थी तुम हाँ तुम, तुम तुम्हारा सुन्दर भोला चेहरा ज़ुल्फ़ों का कुछ रंग सुनहरा देख के तुझको दिल बेचारा हो गया तेरा, हाँ बस तेरा नींद जब खुली मेरी जाना तब ये जाना तूने न जाना मैं तो हूँ तेरा आशिक़ क्यों तुझसे हूँ बेगाना तू ही मेरी […]
December 22, 2015.Reading time less than 1 minute.
फ़िज़ाओं में आई सब बहारों की गुलिस्ता हो तुम चहरे पर हमारे जो मुस्कान है उसकी वजह हो तुम इस अंधेरों भरी ज़िन्दगी का उजाला हो तुम दर्द भरी राह में बस एक मसीहा हो तुम हर गम हर दर्द की दवा हो तुम एक अनदेखे अनजाने ख्वाब की हक़ीक़त हो तुम प्यार की मीठी […]