January 10, 2020.Reading time 7 minutes.
क्या हो तुम (कविता का शीर्षक)तुम्हें पता है कौन हो तुममेरे जिंदगी की अनछुई परछाई हो तुमसमझता मैं भी अजनबी था तुझे,मिला मुझे खुद का पता जब न था,मिली जब पनाह तेरे प्यार की,छोड़ हक़ीक़त सपनों में खो गया,मिला तेरा साथ तो अपनों का हो गया,बिताये हर एक पल ग़मों से दूर रहा मैं,रहता जिस […]
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March 4, 2016.Reading time 1 minute.
खो दिया उसे एक दिन तो ये आँखे ही क्या, दिल बहुत रोएगा…. इतना चाहा है दिल ने उसे, किसी और का ना हो पाएगा…. क्या पता था इतना प्यार हो जाएगा, मेरा कल तुमसे जुड़ जाएगा…. इतना करीब से गुज़रे हो दिल के, कि निशान अभी भी बाकी है…. पहले तो खींच लिया मुझे, ग़मों […]
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February 5, 2016.Reading time 1 minute.
इन थमे थमे इन लम्हों में प्यार के कुछ नगमो में दिल मेरा तुमसे कहता है वो आई नहीं वो आई नहीं चलती हुई इन पवनो में जो तेरी ख़ुश्बू बहती है वो जिस्म को मेरे छू के कहती वो आई नहीं वो आई नहीं हर लम्हा तुझ बिन हँसता मुझे कहता मैं हूँ […]
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August 4, 2014.Reading time 3 minutes.
निगाहों की गलतियाँ सब गलतियाँ निगाहों की हैं, क्यों दिखाती हैं ख्वाब, क्यों दिलाती हैं एहसास जब पूरे ना हो पायें वो ख्वाब, सब गलतियाँ निगाहों की हैं, एक पल मैं देखता हूँ कोई मुस्कुरा दे तो दीवानी हो जाती हैं, छोटी छोटी बातों पे खुशियों का परवाना हो जाती हैं, बिछा देती हैं खुद […]
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April 22, 2014.Reading time 5 minutes.
बीत गये दिन बीत गये लम्हे बीत गये कई साल पर मेरी यादों में बसते हैं अब भी तेरे खयाल याद है मुझे वो तेरी मुलाक़ात आया था अजनबी बनके लगता था फिर भी अपना सा रिश्ता ना था तुझसे कोई फिर भी लगता था पहचाना सा धीरे धीरे वो दो दिन की मुलाक़ात दोस्ती […]
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