पहला प्यारतेरी आँखों में देखा तो हर ख़ुशी दिख गयीसोचती हूँ क्या था तेरी आँखों में जो मैं खिल गयीअजीब सा महसूस कुछ कर रही थी मैंअलग सी चमक कुछ थी मेरे चेहरे पेसोचा बताऊँ किसी कोपर क्या बताऊँ पता नहीं क्या था वो एहसासकौन था तू भूल न पायीरातों को काफी कोशिश के बाद […]
अगर मेरे बस में होता (कविता का शीर्षक)आसमान के सारे चाँद-तारे तोड़ लाता,दुनिया की सारी सुंदरता,तुम्हारे बालों में सजा देता,अगर मेरे बस में होता,दुनिया के सभी झरनों को ,मैं “माही” बना देता,आँखों से बहते आँसू,और लबों पर मुस्कान झलकते,दोनों को मैं संगम बना देता,अगर मेरे बस में होता,रातों में भी तुम्हारे, ख्बाबों में सोता,सपनों में […]
उमंग-तरंग (शीर्षक)डूब डूब उतर आओआमग्न हो प्यार मेंझील की जल परियोंडूब डूब उतर आओ अंधेरे के आंचल मेंहीरे की कणियों सीआशा की जुगनुओंखुशियों के बयार मेंपंख पंख लहराओआमग्न हो प्यार मेंडूब डूब उतर आओ नभ में तेरी काया उजलीउर में यौवन की बिजलीसागर की ललनाओंदिल के दयार मेंबूंद बूंद बरसाओआमग्न हो प्यार मेंडूब डूब उतर […]
जाने भी दो यारों (कविता का शीर्षक)जाने भी दो यारोंजाने भी दो यारोंकब तक निगाहों में उनके बनते फिरोगे तुम गाफ़िलकल भी तेरे गुनाहों की चर्चा थी महफ़िल महफ़िलइस शोख मुहब्बत से तौबा क्यों न कर लो यारोंजाने भी दो यारोंअटकी पड़ी हैं सांसें बंद घड़ी की सूइयों सीमिलन की आशाएं दुबकी पड़ी छुइमुइ सीनयनों […]
क्या हो तुम (कविता का शीर्षक)तुम्हें पता है कौन हो तुममेरे जिंदगी की अनछुई परछाई हो तुमसमझता मैं भी अजनबी था तुझे,मिला मुझे खुद का पता जब न था,मिली जब पनाह तेरे प्यार की,छोड़ हक़ीक़त सपनों में खो गया,मिला तेरा साथ तो अपनों का हो गया,बिताये हर एक पल ग़मों से दूर रहा मैं,रहता जिस […]
सच- सच बताओ यार कि कौन हो तुम सोचते – सोचते थक गया हूँ मैं, फिर भी सोचता रहा,लेकिन फिर भी नहीं समझ पाया,कि कौन हो तुम,क्या भूखे के पेट की रोटी की तलाश हो तुम,या प्यासे को पानी की तलाश हो तुम,या फिर जिंदगी की बीती हुई यादों का अहसास हो तुम,या बरसो बाद […]
देखा जब उसेदेखा जब उसे …दिल में आग लग गयी ….वक्त थम गयाऔर धडकन रुक गयी …पास जाकर देखातो चांद सी खिल गयी …कुर्ता जॅकेट मेंअप्सरा सी मिल गयी ….क़ातिल निगाहों मेंचमक उठी थी …उसकी हर मुस्कुराहट पेसांसे रुकी थी …उसकी हर अदाओं पेहम फिदा हो गए …जन्नत सी दिख गयीऔर हम वफा हो गए […]
कुछ कहो तो सही एक अजनबी तुम एक अजनबी हमअनजानी राहों में मिल जाएंगेकुछ कहो तो सहीगर बात होगी, तो तनहा न ये रात होगीये खामोश लब खुद-ब-खुद मुस्कुरायेंगेकुछ कहो तो सहीगमों को उतार इन एहसासों में डूबकर तो देखोज़ख्म खुद-ब-खुद भर जाएंगेकुछ कहो तो सहीहाथों में हाथ होगा, एक-दूजे का साथ होगाये दृग-मेघ खुद-ब-खुद […]
‘वह पल’ सालों का इंतज़ार एक पल बनके खड़ा था चाह तो थी कुछ और लेकिन समय विपरीत ही चल पड़ा था ।। पल की नज़दीकी क्षणिक और थी समय का चक्र भी मानो स्थल सा पड़ा था ।। आते ही उसके मैं समझ से बाहर खड़ा था मानो किसी बंजर जमीन को पानी का […]
February 12, 2019.Reading time less than 1 minute.
समय मिले तो आकर मिलनालाइब्रेरी की टेबल पर,कुछ न बोलेंगें हम ज़ुबाँ सेऔर अटकेंगे किताबों पर,पलटेंगे पेजों को यूँ हींलफ्ज़ सुनेंगें हज़ारों पर,लिखे हुए लैटर का क्या करना ?जज़्बात पढ़ेंगे आँखों पर,दांतों तले कभी होंठ दबातेमुस्कान छुपायेंगे होंठों पर,समय मिले तो आकर मिलना,लाइब्रेरी की टेबल पर। (इस कविता के रचनाकार के सम्बन्ध में विवाद होने […]
आँखों ही आँखों में बातें इशारों में तुमने जो मुझसे कहीं है ऐसा क्यों लगता है जैसे की तुमको भी मुझसे मोहब्बत हुई है ऐ हमसफ़र,मेरे हमसफ़र देखूँ हर जगह आये तू ही नज़र ऐ हमसफ़र, मेरे हमसफ़र तारीफें तेरी कैसे करे हम कैसे करे हम ख्वाईशें हलचल मची है दिल में ये मेरे दिल […]
September 4, 2017.Reading time less than 1 minute.
सुन्दर सी लड़की से सुन्दर मुलाकात सुन्दर सी लड़की से वो मीठी सी बात सुन्दर सी लड़की के लाल लाल गाल सुन्दर से लड़की के रेशमी लम्बे बाल सुन्दर सी लड़की का सुन्दर सा मोबाइल सुन्दर सी लड़की का सुन्दर सा स्माइल सुन्दर सी लड़की की सुन्दर पढाई सुन्दर सी लड़की सर्वोत्तम आई सुन्दर सी […]
कभी तो वक़्त ठहरा होगा जो तुम मिले क्या मुहब्बत की ओस गिरी होंगी जो तुम मिले या खिंचती हुई पवनों ने छुआ था जो तुम मिले समय की उस अबूझ पहेली में कोई तो बात थी जो तुम मिले धीमी सी दिल की धकधक में कुछ तो था जो तुम मिले तेरी पलकों के […]
दिल की चाहत कल भी तुम थे आज भी तुम हो मेरी ज़रूरत कल भी तुम थे आज भी तुम हो तुमने तो मुझे कबका भुला दिया मेरी आदत कल भी तुम थे आज भी तुम हो तुमने न जाना कितना तुमको प्यार किया मेरी इबादत कल भी तुम थे आज भी तुम हो बेखबर […]