February 26, 2020.Reading time 3 minutes.
आप की यादें (कविता का शीर्षक)चाँदनी रात हैएक प्यारी सी बात हैहाथों में चाय का प्याला हैआपके आगमन से जीवन में उजाला हैयही बैठे हुएचाय की चुस्कियाँ लगाते हैंजबभी आपका खयाल आता हैमन ही मन मुस्कुराते हैं । यूँ तारों का टिम-टिमानाआपकी आखें याद दिलाता हैचाँद पर नज़र जाए तोआपका चेहरा नज़र आता हैकुछ तो […]
Read MoreLike this:
Like Loading...
November 28, 2019.Reading time 2 minutes.
‘वह पल’ सालों का इंतज़ार एक पल बनके खड़ा था चाह तो थी कुछ और लेकिन समय विपरीत ही चल पड़ा था ।। पल की नज़दीकी क्षणिक और थी समय का चक्र भी मानो स्थल सा पड़ा था ।। आते ही उसके मैं समझ से बाहर खड़ा था मानो किसी बंजर जमीन को पानी का […]
Read MoreLike this:
Like Loading...
January 20, 2019.Reading time 1 minute.
आरज़ू शून्य घोर चित्त चंचल में एक दबी है आरज़ू, तुम्हारी रोज़ की तकरार की आरज़ू, हमारी भीनी अनदेखी, मुस्कुराहट की आरज़ू, मेरी भीतर गुज़रती हर कसक की आरज़ू, तुम रुस्वाई की बात करते हो, तो समन्दर सी अश्कों से ढलने वाली आरज़ू, लगता है उधार दी है मैंने तुम्हैं सांसे अपनी, इन अधूरी सांसो […]
Read MoreLike this:
Like Loading...
February 19, 2017.Reading time 3 minutes.
वो रूठे हैं इस कदर मनायें कैसे। जज़्बात अपने दिल के दिखाएँ कैसे। नर्म एहसासों की सिहरन कह रही है पास आ जाओ। सिमट जाओ मुझमें और दिल में समां जाओ। देखो लौट आओ ना रूठो हमसे। बस रह गया है तुम्हारा इंतज़ार कब से। इतनी भी क्या तकरार हमसे । तेरे इंतज़ार में हो […]
Read MoreLike this:
Like Loading...
January 22, 2016.Reading time 1 minute.
उन यादों से तुम कह दो यूँ रोज ना आया करें जब पास ना हो हमदम तब यूँ ना सताया करें पर वो भी है ज़िद की पक्की बेवक़्त सताती हैं जब पास ना हो दिलबर तब आंसू लाती हैं शाम सवेरे इस दिल में बस तू ही समाती है नैनों में छुप छुप के […]
Read MoreLike this:
Like Loading...
November 11, 2014.Reading time 1 minute.
वक़्त के दायरो में हम यूं ही पिघल जायेंगे, दूर ही सही पर हर पल तुम्हें याद आयेंगे, कभी वक़्त के पन्नों को पलट के आप सोचेंगे मेरी लिखी हर कविता में खुद को आप पायेंगे, मिले थे आप जिसे बन के अजनबी, वही तो हैं हम जो दिल के पास हो जायेंगे, हम तो […]
Read MoreLike this:
Like Loading...
August 27, 2014.Reading time less than 1 minute.
हँसीनों में हँसीन सब से हँसी हो ओ मेरी जान तुम मेरे दिल में बसी हो खोलूँ जब आँखें तुम्हें देखना चाहूँ जो बंद करूँ आँखें तुम्हें मन में देखूँ वो मासूम चहरा वो प्यारी बातें वो मीठी आवाज़ वो हँसी मुलाकातें वो तुम्हारा पल पल मुझे याद करना वो मेरा तुम्हें सोच ठंडी आहें भरना तुम्हें चाहता हूँ तुम्हें सोचता हूँ तुम्हें […]
Read MoreLike this:
Like Loading...
August 25, 2014.Reading time 1 minute.
कविता से मुलाकात हो गयी तन्हा मेरी ज़िंदगी में ख्वाबों की बरसात हो गयी, एक दिन था अकेला, कविता से मुलाकात हो गयी, कुछ वो मुझसे कहने लगी कुछ मैं उसे कहने लगा, एक अनजाने अपने पहलू से मीठी कुछ बात हो गयी, वो मेरे शब्दों में घुल गयी कविता बन के ज़िंदगी की कहानी […]
Read MoreLike this:
Like Loading...
April 27, 2014.Reading time 1 minute.
नहीं देखता उनके जिस्म की सुंदरता उनकी रूह में बस जाना चाहता हूँ करके बेपनाह प्यार उन्हें उनके दिल से चुरा लेना चाहता हूँ वो कहते हैं दूरियां हैं जिस्मों की हम कहते हैं बेपनाह प्यार है भले ही दूर हैं तेरे जिस्म से पर तेरे हुस्न की सादगी के बहुत पास हैं ना समझना […]
Read MoreLike this:
Like Loading...