Amazing, best original Hindi love poems, Hindi shayari on love and romance, romantic Hindi poetry and Hindi prem kavita|हिंदी प्रेम कविता संग्रह और शायरी
मूक अँधेरी रात में किसने छेड़ी बांसुरी की विरह तान कसमसाती हैं कलियाँ सनसनाते हैं कुछ गुमसुम अरमान बहती चपल बयार दिल का दुखड़ा कोई गुनगुनाती है साजन की याद में तड़पती विरहन कोई कुनमुनाती है चाँद है बरसाता नभमंडल से स्वेत अनुरागी कण धरा चूमती जिनको रसीले अधरों से हर-पल हर-क्षण अप्सरा करती श्रृंगार थामकर हाथों में अलौकिक दर्पण झिलमिल तारे झूमकर करते शुभ बेला में यौवन अर्पण पारदर्शी हिम शिखर आईनेदार दरख्तों पर खड़ी है सफ़ेद आँचल तले उजली हिरे मोतियों से जड़ी है मौन अमलतास की कोमल पत्तियाँ देखो चुलबुलाती हैं ओस की रेशमी बूंदें चांदनी की फुहार में कुलबुलाती हैं भोर अभी आना मत मनभावन चांदनी अभी कुँवारी है जवां है इक मधुशाला बावली रात की अजीब खुमारी है
बिछड़ी प्यार की धड़कने आँखों में नमी दे बन्द राहों की उलझनें जीने न दे वो खामोशियाँ भी इश्क़ को ही तलाशे कुछ अनकही सी ख्वाइशें दिल तो छुपा दे ये मोहोब्बत कैसा जो अंग अंग लुटा न दे……
-स्वेता
Bichadi pyaar ki dhadkaney Aankhon mein nami de Bandh raahon ki uljhan Jeene na de Vo khamoshiyaan bhi Ishq ko hi talashe Kuch ankahi si khwaahishey Dil ne chupa de Yeh mohobbat kaisa Jo ang ang luta na de
आँखें जो खुली तो उन्हें अपने करीब पाया ना था कभी थे रूह में शामिल आज उनका साया ना था बेपनाह मोहब्बत की जिनसे उम्मीदें लिये बैठे थे उनसे तन्हाइयों की सौगातें मिलेंगी बताया ना था एक हम ही कसीदे हुस्न के हर बार पढ़ते रहे पर उसने तो कभी हाल-ए-दिल सुनाया ना था वो फिरते रहे दिल में ना जाने कितने राज लिये हमने तो कभी उनसे जज्बातों को छुपाया ना था जाने क्यों हम बेवजह मदहोश हुआ करते थे जाम आँखों से तो कभी उसने पिलाया ना था मीलों कब्ज़ा कर बना रखा था सपनों का महल पर उसने वो ख़्वाब कभी आँखों में सजाया ना था धड़कन ‘मौन’ हुई अब एक आह की आवाज़ है शिकवा क्या उनसे जिसने कभी अपना बनाया ना था
-अमित मिश्रा
Aankhein jo khuli thi to unhe apne kareeb paya naa tha Kabhi they ruh mein shamil aaj unka saya naa tha Bepanaah mohabbat ki jinse umid liye beithe they Unse tanhai ki saugate milegi btaya naa tha Ek hum hi kaside husan ke har baar padte rahe par Unse to kabhi haal ae dil sunaya naa tha Wo firte rahe dil me naa jane kitne raaz liye Hamne to kabhi unse jazbaton ko chupaya naa tha Jane kyon hum bevajah madhosh hua karte they Jaam aankhon se to kabhi usne pilaya na tha Milon kabza kar bana rakha tha sapno ka mahal par Usne wo khwab kabhi aankhon me sajaya na tha Dhadkan maun hue ab ek aah ki aawaz hai Shikwa kya unse jisne kabhi apna banaya naa tha
क़िस्मत क़िस्मत की बात है जब से मिला हूँ तुझसे तू मेरे साथ है किस्मत ने हमे मिलाया था एक दूसरे के साथ जीना सिखाया था दूर हो कर भी पास रहना सिखाया था किस्मत को काश मंज़ूर ना था हमारा साथ रहना तभी तेरी माँ को हमारे बारे में बताया था दूर हो गये लेकिन दिल अभी भी पास है किस्मत किस्मत की बात है
-नामित जैस्वाल
Kismat kismat ki baat hai Jab se mila hu tujhse, Tu mere sath hai Kismat ne hamme milaya tha, Ek dusre ke sath jeena sikhaya tha Dur ho kar bhi paas rehna sikhaya tha, Kismat ko kaash manzoor na tha, Humara sath rehnatabhi Teri maa ko hamare barre me btaya tha, Dur to ho gye, lekin Dil abhi bhi paas hai, Kismat kismat ki baat hai
काश दिल की बात दिल में ही रह जाती
तब ये दुनिया तेरे मेरे बीच ना आती
तब ना होती ये दूरियां और ना ही कोई खामोशी
बस तु अनजान होकर भी अनजाना ना होता
तब अगर हो जाती मुलाकात तो
मुस्कुराने का एक बहाना भी होता
ख्यालों में ही सही पर तेरे पास होने का
एहसास तो होता काश तब दिल की बात
दिल में ही रह जाती तब तेरे दूर होने का
कोई गम ना होता और ना होती
कोई आखिरी मुलाकात
-अनन्या
Kash dil ki baat dil me hi rah jati
Tab yeh duniya tere mere bich na aati
Tab na hoti yeh duriya aur na hi koi khamoshi
Bas tu anjan hokar bhi anjana n hota
Tab agar ho jati mulakat to
Muskurane ka ek bhana bhi hota
Khayalo me hi sahi pr tere pas hone ka
Ehsas to hota kash tab dil ki baat
Dil me hi rah jati tab tere dur hone ka
Koi gam na hota aur na hoti
Koi aakhiri mulakat
जीवन जीना हो तो कुछ तो खोना ही पड़ेगा, चाह कर भी किसी को खोना ही पड़ेगा, मिलना ना मिलना तो तकदीर का खेल है। अपनी तक़दीर ही समझ कर खुद को समझना ही पड़ेगा। कुछ तो कमी रही है जो ये सजा मिली है। दिल मे हा है और ना चाहते हुए भी हमे ना ही मिली है। कुसूर ना तुम्हरा है ना मेरा है मेरे यार। बस बात इतनी सी है कि।।।। जीवन जीना हो तो कुछ तो खोना ही पड़ेगा, चाह कर भी किसी को खोना ही पड़ेगा।।।।
-नंदनी
Jeevan jeena hai to kuch to khona hi padega
Chah kar bhi kisi ko khona hi padega
Milna na milna to takdeer ka khel hai
Apni takdeer hi samajh kar khud ko samjhna hi padega
Kuch to kami rahi hai jo ye saza mili hai
Dil mein haan hai aur na chahte hue bhi hamein na hi mili hai
Kasoor na tumhara hai na mera hai mere yar
Bas baat itni si hai ki
Jeevan jeena hai to kuch to khona hi padega
Chah kar bhi kisi ko khona hi padega
तुम सोचना नहीं मुझे कभी,
तुम ढूंढना नहीं मुझे कभी,
परेशान नहीं ठीक हूँ मैं।
जब तस्वीरे देख जाओ कभी,
जब आँखों में पानी लाओ कभी,
रुमाल निकाल पोछ सकते हो,
या इतना पानी तो सोख सकते हो
पर मुझे कुछ नहीं कहना क्योंकि,
परेशान नही ठीक हूँ मैं।
जब लिखा हुआ कुछ मिल जाए,
दिल में फिर से अरमां खिल जाए,
कुछ नहीं दबा लेना सब कुछ,
या किताब बना देना सब कुछ,
पर मुझे कभी मत पढ़ाना क्योंकि,
परेशान नहीं ठीक हूँ मैं।
याद में तुम रात गुज़ार दो अगर,
ये कोई नई बात नहीं होगी मगर,
चाँद को देखते मेरा अश्क नज़र आये,
मुँह फेर लेना अपना शायद इश्क़ मर जाये,
पर मुझे परेशान मत करना क्योंकि,
परेशान नहीं ठीक हूँ मैं।