प्यार का पैगामआज तेरे नाम लिखामेरा ये दिल मेरा सब जहानआज तेरे नाम लिखाअपना हर मुकामचाहत का अंजामआज तेरे नाम लिखातू ही मेरी ज़िन्दगीतू ही मेरी बंदगीमैंने अपना पूरा जीवनआज तेरे नाम लिखा-अनुष्का सूरी Pyar ka paigaam Aj tere naam likha Mera ye dil mera sab jahaan Aj tere naam likha Apna har mukaam Chahat […]
आँखों के सामने आंखें खोलें तो दीदार तुम्हारा होना चाहिए,अगर करे बंद तो स्वप्न तुम्हारा होना चाहिए,हमें मरने के लिए हर लम्हा मंज़ूर है,बस कफ़न के बदले आँचल तुम्हारा होना चाहिए। तुझे आँखों के सामने रखने की कोशिश करता रहता हूँ,कोई कर न ले साज़िश तुझे चुराने की इस बात से डरता रहता हूँ,तुझे आँखों […]
अगर मेरे बस में होता (कविता का शीर्षक)आसमान के सारे चाँद-तारे तोड़ लाता,दुनिया की सारी सुंदरता,तुम्हारे बालों में सजा देता,अगर मेरे बस में होता,दुनिया के सभी झरनों को ,मैं “माही” बना देता,आँखों से बहते आँसू,और लबों पर मुस्कान झलकते,दोनों को मैं संगम बना देता,अगर मेरे बस में होता,रातों में भी तुम्हारे, ख्बाबों में सोता,सपनों में […]
उमंग-तरंग (शीर्षक)डूब डूब उतर आओआमग्न हो प्यार मेंझील की जल परियोंडूब डूब उतर आओ अंधेरे के आंचल मेंहीरे की कणियों सीआशा की जुगनुओंखुशियों के बयार मेंपंख पंख लहराओआमग्न हो प्यार मेंडूब डूब उतर आओ नभ में तेरी काया उजलीउर में यौवन की बिजलीसागर की ललनाओंदिल के दयार मेंबूंद बूंद बरसाओआमग्न हो प्यार मेंडूब डूब उतर […]
जाने भी दो यारों (कविता का शीर्षक)जाने भी दो यारोंजाने भी दो यारोंकब तक निगाहों में उनके बनते फिरोगे तुम गाफ़िलकल भी तेरे गुनाहों की चर्चा थी महफ़िल महफ़िलइस शोख मुहब्बत से तौबा क्यों न कर लो यारोंजाने भी दो यारोंअटकी पड़ी हैं सांसें बंद घड़ी की सूइयों सीमिलन की आशाएं दुबकी पड़ी छुइमुइ सीनयनों […]
लगता है उससे मोहब्बत होने लगी हैसूरत ना देखी मैंने उसकी,मूरत फिर भी उसकी बनने लगी है,दिन को चैन नहीं आता,और रातों की नींद उड़ने लगी है,लगता है उससे मोहब्बत होने लगी है,उसकी यादों में, आँखों से नीर बहते है,अब तो आँखों को आँसू से मोहब्बत होने लगी है,कलम लिखना चाहती है, केवल तुम्हारे बारे […]
क्या हो तुम (कविता का शीर्षक)तुम्हें पता है कौन हो तुममेरे जिंदगी की अनछुई परछाई हो तुमसमझता मैं भी अजनबी था तुझे,मिला मुझे खुद का पता जब न था,मिली जब पनाह तेरे प्यार की,छोड़ हक़ीक़त सपनों में खो गया,मिला तेरा साथ तो अपनों का हो गया,बिताये हर एक पल ग़मों से दूर रहा मैं,रहता जिस […]
सुनो (कविता का शीर्षक ) सुनो, क्या दो पल मुझसे बात करोगी?सुनो, ज़िन्दगी के सफ़र पर तुम मेरे साथ चलोगी?सुनो, मेरी कहानियों से निकल तुम रास्ते में मेरा हाथ पकड़ोगी?सुनो, तुम क्यों हर वक्त जानकर भी अनजान बनती होकुछ सीख तुम्हें भी तो मिली होगीकि कैसे किया जाता है प्यारएक बार फिर पूछता हूँसुनो क्या […]
सच- सच बताओ यार कि कौन हो तुम सोचते – सोचते थक गया हूँ मैं, फिर भी सोचता रहा,लेकिन फिर भी नहीं समझ पाया,कि कौन हो तुम,क्या भूखे के पेट की रोटी की तलाश हो तुम,या प्यासे को पानी की तलाश हो तुम,या फिर जिंदगी की बीती हुई यादों का अहसास हो तुम,या बरसो बाद […]
अलविदा कह दो इस साल कोअब नया साल आने वाला हैसमझो मेरे दिल के हाल कोअब नया साल आने वाला हैजो कहानी हमारी इस साल रही अधूरीनए साल में क्यों न करें उसको पूरीबातें करें खुल के हम प्यार भरीकुछ हों तुम्हारी कुछ हों मेरीदेखें विधाता ने दिए हैं सुन्दर नज़ारेगायें दोनों मिल कर प्रेम […]
देखा जब उसेदेखा जब उसे …दिल में आग लग गयी ….वक्त थम गयाऔर धडकन रुक गयी …पास जाकर देखातो चांद सी खिल गयी …कुर्ता जॅकेट मेंअप्सरा सी मिल गयी ….क़ातिल निगाहों मेंचमक उठी थी …उसकी हर मुस्कुराहट पेसांसे रुकी थी …उसकी हर अदाओं पेहम फिदा हो गए …जन्नत सी दिख गयीऔर हम वफा हो गए […]
कुछ कहो तो सही एक अजनबी तुम एक अजनबी हमअनजानी राहों में मिल जाएंगेकुछ कहो तो सहीगर बात होगी, तो तनहा न ये रात होगीये खामोश लब खुद-ब-खुद मुस्कुरायेंगेकुछ कहो तो सहीगमों को उतार इन एहसासों में डूबकर तो देखोज़ख्म खुद-ब-खुद भर जाएंगेकुछ कहो तो सहीहाथों में हाथ होगा, एक-दूजे का साथ होगाये दृग-मेघ खुद-ब-खुद […]
काश…काश… कहने की हैं बातें डरता हूँ जब सोता हूँ रातें सोचता हूँ काश हम मिलें कुछ बोलें दर्द सिले कुछ न टोले चाहता नहीं हूँ पर चाहता भी हूँ क्यों यह रिश्ता नहीं जाता बरिस्ता चलो कुछ लम्हों के लिए बन जाओ मेरे लिए मैं रहूँ तुम्हारी बाहों में और तुम मेरी सांसों में […]
कभी दो हमें भी यह मौका, सजदे में तेरे झुक जाएं हम,लेके हाथ तेरा हाथों में, प्यार की चूड़ियाँ पहनाएं हम कभी दो हमें भी यह मौका, कभी दो हमें भी यह मौका, ज़ुल्फों की छाँव में रहने का,तेरे कानों में गुफ़्तगू कहने का, कभी दो हमें भी यह मौका, कभी दो हमें भी यह […]