प्यार का पैगामआज तेरे नाम लिखामेरा ये दिल मेरा सब जहानआज तेरे नाम लिखाअपना हर मुकामचाहत का अंजामआज तेरे नाम लिखातू ही मेरी ज़िन्दगीतू ही मेरी बंदगीमैंने अपना पूरा जीवनआज तेरे नाम लिखा-अनुष्का सूरी Pyar ka paigaam Aj tere naam likha Mera ye dil mera sab jahaan Aj tere naam likha Apna har mukaam Chahat […]
तुम्हारी याद दिल से जाती नहीं (कविता का शीर्षक) तुम से मिलने की आशा बहुत है मगर,तुम से मिलने कि रुत है कि आती नहीं|करूँ कितनी भी कोशिश दिल बहलाने की मगर,एक तेरी याद दिल से है कि जाती नहीं || प्रेम कि राह में मुझको ले चली|वो हाथ पकड़ के अपनी गली||मैं तो चलता […]
अगर मेरे बस में होता (कविता का शीर्षक)आसमान के सारे चाँद-तारे तोड़ लाता,दुनिया की सारी सुंदरता,तुम्हारे बालों में सजा देता,अगर मेरे बस में होता,दुनिया के सभी झरनों को ,मैं “माही” बना देता,आँखों से बहते आँसू,और लबों पर मुस्कान झलकते,दोनों को मैं संगम बना देता,अगर मेरे बस में होता,रातों में भी तुम्हारे, ख्बाबों में सोता,सपनों में […]
आप की यादें (कविता का शीर्षक)चाँदनी रात हैएक प्यारी सी बात हैहाथों में चाय का प्याला हैआपके आगमन से जीवन में उजाला हैयही बैठे हुएचाय की चुस्कियाँ लगाते हैंजबभी आपका खयाल आता हैमन ही मन मुस्कुराते हैं । यूँ तारों का टिम-टिमानाआपकी आखें याद दिलाता हैचाँद पर नज़र जाए तोआपका चेहरा नज़र आता हैकुछ तो […]
जाने भी दो यारों (कविता का शीर्षक)जाने भी दो यारोंजाने भी दो यारोंकब तक निगाहों में उनके बनते फिरोगे तुम गाफ़िलकल भी तेरे गुनाहों की चर्चा थी महफ़िल महफ़िलइस शोख मुहब्बत से तौबा क्यों न कर लो यारोंजाने भी दो यारोंअटकी पड़ी हैं सांसें बंद घड़ी की सूइयों सीमिलन की आशाएं दुबकी पड़ी छुइमुइ सीनयनों […]
लगता है उससे मोहब्बत होने लगी हैसूरत ना देखी मैंने उसकी,मूरत फिर भी उसकी बनने लगी है,दिन को चैन नहीं आता,और रातों की नींद उड़ने लगी है,लगता है उससे मोहब्बत होने लगी है,उसकी यादों में, आँखों से नीर बहते है,अब तो आँखों को आँसू से मोहब्बत होने लगी है,कलम लिखना चाहती है, केवल तुम्हारे बारे […]
सुनो (कविता का शीर्षक ) सुनो, क्या दो पल मुझसे बात करोगी?सुनो, ज़िन्दगी के सफ़र पर तुम मेरे साथ चलोगी?सुनो, मेरी कहानियों से निकल तुम रास्ते में मेरा हाथ पकड़ोगी?सुनो, तुम क्यों हर वक्त जानकर भी अनजान बनती होकुछ सीख तुम्हें भी तो मिली होगीकि कैसे किया जाता है प्यारएक बार फिर पूछता हूँसुनो क्या […]
कुछ कहो तो सही एक अजनबी तुम एक अजनबी हमअनजानी राहों में मिल जाएंगेकुछ कहो तो सहीगर बात होगी, तो तनहा न ये रात होगीये खामोश लब खुद-ब-खुद मुस्कुरायेंगेकुछ कहो तो सहीगमों को उतार इन एहसासों में डूबकर तो देखोज़ख्म खुद-ब-खुद भर जाएंगेकुछ कहो तो सहीहाथों में हाथ होगा, एक-दूजे का साथ होगाये दृग-मेघ खुद-ब-खुद […]
ऐ खुदा उसके साथ रख थोड़ा पास रख उसकी ख़ुशी के लिए तेरे पास आया हूँ मेरी दुआ अब तेरे क़दमों में रख मानता हूँ भूल गया था मैं लेकिन अब वापिस आया हूँ तो निराश न रख बच्चा समझ के माफ़ कर दे मुझे तेरे क़दमों में मेरे लिए थोड़ी सी जगह रख ऐ […]
काश…काश… कहने की हैं बातें डरता हूँ जब सोता हूँ रातें सोचता हूँ काश हम मिलें कुछ बोलें दर्द सिले कुछ न टोले चाहता नहीं हूँ पर चाहता भी हूँ क्यों यह रिश्ता नहीं जाता बरिस्ता चलो कुछ लम्हों के लिए बन जाओ मेरे लिए मैं रहूँ तुम्हारी बाहों में और तुम मेरी सांसों में […]
कभी दो हमें भी यह मौका, सजदे में तेरे झुक जाएं हम,लेके हाथ तेरा हाथों में, प्यार की चूड़ियाँ पहनाएं हम कभी दो हमें भी यह मौका, कभी दो हमें भी यह मौका, ज़ुल्फों की छाँव में रहने का,तेरे कानों में गुफ़्तगू कहने का, कभी दो हमें भी यह मौका, कभी दो हमें भी यह […]
February 12, 2019.Reading time less than 1 minute.
समय मिले तो आकर मिलनालाइब्रेरी की टेबल पर,कुछ न बोलेंगें हम ज़ुबाँ सेऔर अटकेंगे किताबों पर,पलटेंगे पेजों को यूँ हींलफ्ज़ सुनेंगें हज़ारों पर,लिखे हुए लैटर का क्या करना ?जज़्बात पढ़ेंगे आँखों पर,दांतों तले कभी होंठ दबातेमुस्कान छुपायेंगे होंठों पर,समय मिले तो आकर मिलना,लाइब्रेरी की टेबल पर। (इस कविता के रचनाकार के सम्बन्ध में विवाद होने […]
अब दिल ये मेरी सुनता नहीं बहुत समझाया है मैने इस दिल को पर अब ये मेरी सुनता नहीं हर धड़कन में अब तुम हो बसे कि ये सपना कोई बुनता नहीं तुम अब मेरे नही हो सकते ये दिल भी जानता है पर इस दिल का क्या कसूर ये तो तुझे ही खुदा मानता […]
इस ज़िन्दगी का खूबसूरत सपना हो तुम कह सके ये दिल जिसे अपना वो हो तुम पतझड़ सी ज़िन्दगी में आई हसीन बहार हो तुम इस जीवन रूपी गर्मी की ठण्डी फुहार हो तुम सर पर चढ़ता हुआ जूनून हो तुम इस दिल को राहत देने वाला सुकून हो तुम रब की करी हुई […]