August 9, 2021.Reading time 2 minutes.
मेरे जज़्बात किसको बताऊं दिल की जाकर, मैं तो खुद से छिप कर बैठा हूं । दर्द, दुखांत, उदासियों को, मैं खुदमें लिफकर बैठा हूं । बस कलम से है बंधन मेरा, तभी बेयान यह लिख कर बैठा हूं । किसको बताऊं दिल की जाकर, मैं तो खुद से छिप कर बैठा हूं । मेरी […]
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May 17, 2020.Reading time 5 minutes.
गलती बेशक गलती सिर्फ तेरी नहीं,कुछ मेरी भी होगी खामोश रातों में आंखें तेरी भी भीगी होगीयकीन है हमेंतू भी तड़पा होगा भीगी पलकों के साथबीते लम्हों की तुझे भी याद आयी होगीबेशक गलती सिर्फ तेरी नहीं,कुछ मेरी भी होगी वो रातों की कुछ शरारतेंजिस में अक्सर नींदें खो जाया करती थीबेशक तुझे भी याद […]
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April 15, 2020.Reading time 1 minute.
ज़िन्दगी में सिर्फ बेवफाई देखी, हमने महफ़िल में सिर्फ तनहाई देखीवफ़ाओं का मेरी जो सिला दे, मै वो इश्क़ तलाश करता हूं, ये ज़ख्म जो मिले गहरे हैं बहुत, मेरी खुशियों पे गमों के पहरे हैं बहुतदर्द को मेरे जो मिटा दे, मैं वो शिफा तलाश करता हूं, रिश्तों की कश्मकश में उलझा ऐसे, खुद […]
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March 15, 2020.Reading time 5 minutes.
तुम्हारी याद दिल से जाती नहीं (कविता का शीर्षक) तुम से मिलने की आशा बहुत है मगर,तुम से मिलने कि रुत है कि आती नहीं|करूँ कितनी भी कोशिश दिल बहलाने की मगर,एक तेरी याद दिल से है कि जाती नहीं || प्रेम कि राह में मुझको ले चली|वो हाथ पकड़ के अपनी गली||मैं तो चलता […]
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February 28, 2020.Reading time 3 minutes.
तेरी यादें (कविता का शीर्षक)उल्फत है तेरी कि ये बाहें तुझे पुकारती हैंहर रोज़ तेरी चाहत में ये तन्हाई मुझे डराती हैखुदा करे ये मुहब्बत तुझे भी एक बार मिलेये दर्द जो मुझे मिला है तुझे हर बार मिलेटूटे तारे की चमक भी नहीं छुपा सकतेये दर्द जो सीने में है तुम्हें भी नहीं बता […]
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February 26, 2020.Reading time 3 minutes.
आप की यादें (कविता का शीर्षक)चाँदनी रात हैएक प्यारी सी बात हैहाथों में चाय का प्याला हैआपके आगमन से जीवन में उजाला हैयही बैठे हुएचाय की चुस्कियाँ लगाते हैंजबभी आपका खयाल आता हैमन ही मन मुस्कुराते हैं । यूँ तारों का टिम-टिमानाआपकी आखें याद दिलाता हैचाँद पर नज़र जाए तोआपका चेहरा नज़र आता हैकुछ तो […]
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January 15, 2020.Reading time 5 minutes.
तुमसेउस एक दिन जब बातें शुरू हुई तुमसेलगा कुछ तो अलग सा है तुम मेंलगा कुछ तो नया सा है तुम मेंफिर रोज़ की बातें होती गयीऔर यूं बिना सोचे पिघलती रही मैं उन मेंयूं ही बिना समझे फिसलती रही उस रास्ते पेहाँ पता था मुझको दोबारा उसी रास्ते जा रही हूँ जहाँ गम बहुत […]
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January 7, 2020.Reading time 3 minutes.
एक सहारा मिला था (कविता का शीर्षक) एक सहारा मिला था,जीवन में आगे बढ़ने के लिएआज वो भी छूटा सा नज़र आ रहा हैजो बनाया था कभी सपनों का महल,आज वो भी टूटा से नज़र आ रहा हैजीवन की नदी पार करने काकोई किनारा नहीं दिखाई पड़ता,बस चारों ओर समंदर नज़र आ रहा हैउलझ गया […]
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March 5, 2016.Reading time 1 minute.
आज उनके आंसुओ ने हमें बहुत रुलाया उनकी आँखों के हर कतरे ने आँखों को भिगाया वो सिमट के रोने लगे अपने पहलु में पर मेरी आँखों से बादल बरस के आया मैं समेटना चाहता हूँ उनको अपनी बाहो में कहना चाहता हूँ तेरा हर आंसूं अब मेरा है इतना गहरा जज़्बात मुझमेँ निखर के […]
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November 14, 2015.Reading time less than 1 minute.
रोने दे कुछ पल मुझको ये आंसू अच्छे लगते हैँ कभी कभी ये गम के बादल भी कुछ अपने लगते हैं हँसना मेरा सबने देखा जो मेरी पहचान है पर छुप छुप के हूँ कितना रोया इस बात से सब अनजान हैं रात की छाया ले आई जब तन्हाई उदासी सी कुछ उमड़ आई सहसा […]
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