दिल ने देखा एक ख्वाब
ख्वाब में थी तुम
हाँ तुम, तुम
तुम्हारा सुन्दर भोला चेहरा
ज़ुल्फ़ों का कुछ रंग सुनहरा
देख के तुझको दिल बेचारा
हो गया तेरा, हाँ बस तेरा
नींद जब खुली मेरी जाना
तब ये जाना तूने न जाना
मैं तो हूँ तेरा आशिक़
क्यों तुझसे हूँ बेगाना
तू ही मेरी रूह की राहत
तू ही मेरी पहली चाहत
काश हो जाये ऐसी रहमत
तू मिल जाये मुझको जन्नत
दिल ने देखा एक ख्वाब
ख्वाब में थी तुम
हाँ तुम, तुम
-अनुष्का सूरी