क्या हो तुम (कविता का शीर्षक)तुम्हें पता है कौन हो तुममेरे जिंदगी की अनछुई परछाई हो तुमसमझता मैं भी अजनबी था तुझे,मिला मुझे खुद का पता जब न था,मिली जब पनाह तेरे प्यार की,छोड़ हक़ीक़त सपनों में खो गया,मिला तेरा साथ तो अपनों का हो गया,बिताये हर एक पल ग़मों से दूर रहा मैं,रहता जिस […]
आँखें जो खुली तो उन्हें अपने करीब पाया ना था कभी थे रूह में शामिल आज उनका साया ना था बेपनाह मोहब्बत की जिनसे उम्मीदें लिये बैठे थे उनसे तन्हाइयों की सौगातें मिलेंगी बताया ना था एक हम ही कसीदे हुस्न के हर बार पढ़ते रहे पर उसने तो कभी हाल-ए-दिल सुनाया ना था वो […]
प्यार भरे शब्दों से कोई पैगाम लिखता हूँ। तड़प कर जिया हूँ बरसों तक। इस तड़प का कोई एहसास लिखता हूँ। दिल की दीवार पर तेरा नाम लिखता हूँ। हँसा था जो तूने मुझे देख प्यार से। उन जादू भरी नजरों का अंदाज लिखता हूँ। दिल की दीवार पर तेरा नाम लिखता हूँ। नाम तेरा […]
आज फिर हमारी नज़रे मिली वो मुझे देखकर मुस्कुराने लगी उसके होठों की हसी मुझे बहाने लगी मुझे लगा की आज अपने दिल की बात कह दूंगा जो होगा उसे सच मान आगे बढ़ लूँगा मगर उसे किसी और से प्यार था वो तो किसी और पे मरती थी और मैं उसके लिये सिर्फ उसका एक […]
एक प्यार का पन्ना लिखने बैठे थे आपके लिये लिख दी एक पूरी क़िताब ,क्योकि आप वो पन्ना हैं जिसने हमें ज़िन्दगी की राह पर हर क़दम पर साथ दिया है आप वो पन्ना है जिसको एक बार कोई इंसान देख ले तो जैसे नशे में नाच उठता है आप वो पन्ना है जो हमारे […]
रात होते ही फलक पे सितारे जगमगाते हैं वो चुपके से दबे पांव मुझसे मिलने आते हैं याद रहे बस नाम उनका भूल के जमाने को वो चुनरी को इस तरह मेरे चेहरे पे गिराते हैं सौ गम और हज़ार ज़ख़्म हो चाहे दुनिया के हर दर्द भूल जाये कुछ इस तरह गुदगुदाते हैं […]
है वो थोड़ी अजनबी सी, हर रात ख्वाबो में आती है।। जी भर देखना चाहता हूँ उसे, उफ़ ये रात गुज़र जाती है…!!!! कुछ कहना चाहता हूँ उससेे, बात होठो तक रुक जाती है।। वो आँखों में देख कर मेरी, दिल की बात समझ जाती है…!!!! समझ कर दिल की बातों को, लब्जो का इंतज़ार […]
मैं तो अपनी हर सांस में तुम्हें चाहूँगा , जो कभी ना ख़त्म हो जज्बात इस तरह ख़्वाबों मैं तुम्हे सजाऊँगा , मेरे तो दिन रात है तुमसे ,मैं तो इन सांसो के बाद भी तुम्हे हद से ज्यादा चाहुँगा ना सुकून होता हो बिना तुम्हारे मुझे एक पल भी इस कदर सांसो पर अपनी […]
प्यार तो बहुत पहले से था तुझसे बस तुझे खोने का डर था तेरी नाराज़गी से मुझे तेरे दूर जाने का डर था सोचा तो बहुत था बता दूँ तुझे हाले दिल अपना पर तुझसे बिछड़ जाने का डर था इज़हार तो किया तुझसे अपनी मोहब्बत का तुझे खुशी देकर, तेरे गमों को भुलाने का […]
महफ़िल भी सुनी लगती है तेरा कसर लगता है, ग़म भी खुशी लगती है तेरा असर लगता है। है लगता हर पल सदियो-सा, बरसो-सा बिन तेरे; तेरा दिल ही मुझे अब मेरा घर लगता है। है चाहता ये दिल हर पल तेरे दीदार को, तड़पता हूँ, बेचैन रहता हूँ मामुली सा पत्थर भी संगेमरमर लगता […]
रूठ जाने की अदा हमको भी आती है पर इसी ख्वाहिश में रह जाते हैं कि कोई होता हमें भी मनाने वाला चाँद और सूरज को मिलाने वाला कोई जो करता हमारे साथ शैतानियां जो याद दिलाता बचपन की नादानियाँ कोई जो लड़खड़ाते क़दमों को राह देता जो पास न होकर के भी पास होता […]
मेरे हर सवाल का जवाब हो तुम मैं लहर तो दरिया हो तुम पूछने की गलती अब मत करना तुम- कौन है यह तुम ? मेरे हर लफ्ज़ का मतलब हो तुम मैं रांझा तो मेरी हीर हो तुम क्या अब भी पूछोगी तुम कौन है यह तुम ? मैं गायक तुम मेरा गीत हो […]
मेरे दिन और रात में तुम हो मेरी हर साँस में तुम हो । अब जो दिलदार हो किसी और की तो सुन लो ! दिल तोड़ना अच्छी बात नही बिखर के निखरना इतना आसान नही , थोड़ी सी खुशियां छिनी है बस जीने का अरमान नही । मेरे दिन और रात में तुम हो […]
कशमकश में जीने की आदत हो गई जब मेरी तुम से मुलाकात हो गई सोच में पड़ गया मैं के कैसे तुम्हे बना लूँ अपना ऐसी सोच में सुबह से रात हो गई बड़े दिन से गुमसुम था मेरा बेचारा दिल बड़ी मुदत के बाद तेरे कारण उससे बात हो गई आज साथ है तू […]