गलती बेशक गलती सिर्फ तेरी नहीं,कुछ मेरी भी होगी खामोश रातों में आंखें तेरी भी भीगी होगीयकीन है हमेंतू भी तड़पा होगा भीगी पलकों के साथबीते लम्हों की तुझे भी याद आयी होगीबेशक गलती सिर्फ तेरी नहीं,कुछ मेरी भी होगी वो रातों की कुछ शरारतेंजिस में अक्सर नींदें खो जाया करती थीबेशक तुझे भी याद […]
तुम्हारी याद दिल से जाती नहीं (कविता का शीर्षक) तुम से मिलने की आशा बहुत है मगर,तुम से मिलने कि रुत है कि आती नहीं|करूँ कितनी भी कोशिश दिल बहलाने की मगर,एक तेरी याद दिल से है कि जाती नहीं || प्रेम कि राह में मुझको ले चली|वो हाथ पकड़ के अपनी गली||मैं तो चलता […]
एक वक़्त था (कविता का शीर्षक) एक वक़्त था .. जब हम अजनबी हुआ करते थे एक वक़्त था . जब वो अजनबी हो कर भी अपना सा लगा करता था एक वक़्त था . जब आंखें सिर्फ उसी को ढूंढा करती थी . एक वक़्त था .. जब उसे न देखो तो बेचैनी सी […]
तेरी यादें (कविता का शीर्षक)उल्फत है तेरी कि ये बाहें तुझे पुकारती हैंहर रोज़ तेरी चाहत में ये तन्हाई मुझे डराती हैखुदा करे ये मुहब्बत तुझे भी एक बार मिलेये दर्द जो मुझे मिला है तुझे हर बार मिलेटूटे तारे की चमक भी नहीं छुपा सकतेये दर्द जो सीने में है तुम्हें भी नहीं बता […]
तुमसेउस एक दिन जब बातें शुरू हुई तुमसेलगा कुछ तो अलग सा है तुम मेंलगा कुछ तो नया सा है तुम मेंफिर रोज़ की बातें होती गयीऔर यूं बिना सोचे पिघलती रही मैं उन मेंयूं ही बिना समझे फिसलती रही उस रास्ते पेहाँ पता था मुझको दोबारा उसी रास्ते जा रही हूँ जहाँ गम बहुत […]
एक सहारा मिला था (कविता का शीर्षक) एक सहारा मिला था,जीवन में आगे बढ़ने के लिएआज वो भी छूटा सा नज़र आ रहा हैजो बनाया था कभी सपनों का महल,आज वो भी टूटा से नज़र आ रहा हैजीवन की नदी पार करने काकोई किनारा नहीं दिखाई पड़ता,बस चारों ओर समंदर नज़र आ रहा हैउलझ गया […]
रात की खुमारी मूक अँधेरी रात मेंकिसने छेड़ी बांसुरी की विरह तान कसमसाती हैं कलियाँ सनसनाते हैं कुछ गुमसुम अरमान बहती चपल बयार दिल का दुखड़ा कोई गुनगुनाती है साजन की याद में तड़पती विरहन कोई कुनमुनाती है चाँद है बरसाता नभमंडल से स्वेत अनुरागी कण धरा चूमती जिनको रसीले अधरों से हर-पल हर-क्षणअप्सरा करती श्रृंगार थामकर हाथों में अलौकिक दर्पण झिलमिल तारे झूमकर करते शुभ बेला में […]
September 10, 2018.Reading time less than 1 minute.
बिछड़ी प्यार की धड़कने आँखों में नमी दे बन्द राहों की उलझनें जीने न दे वो खामोशियाँ भी इश्क़ को ही तलाशे कुछ अनकही सी ख्वाइशें दिल तो छुपा दे ये मोहोब्बत कैसा जो अंग अंग लुटा न दे…… -स्वेता Bichadi pyaar ki dhadkaney Aankhon mein nami de Bandh raahon ki uljhan Jeene na de […]
आँखें जो खुली तो उन्हें अपने करीब पाया ना था कभी थे रूह में शामिल आज उनका साया ना था बेपनाह मोहब्बत की जिनसे उम्मीदें लिये बैठे थे उनसे तन्हाइयों की सौगातें मिलेंगी बताया ना था एक हम ही कसीदे हुस्न के हर बार पढ़ते रहे पर उसने तो कभी हाल-ए-दिल सुनाया ना था वो […]
मैं तन्हा हूँ मुझे तन्हा ही रहने दो देखकर मेरे बहते आंसू तुम अपने लहू न बहने दो मैं आपका दीवाना हूँ मुझे बस अपना पागल रहने दो मिट गया जो सवेरा मेरा अब कैसे खोजूं घर मैं तेरा मुझे रोशनी से नफरत सी है ए मेरे दोस्त तुम मुझे अब चांदनी के काजल में […]
काश दिल की बात दिल में ही रह जाती तब ये दुनिया तेरे मेरे बीच ना आती तब ना होती ये दूरियां और ना ही कोई खामोशी बस तु अनजान होकर भी अनजाना ना होता तब अगर हो जाती मुलाकात तो मुस्कुराने का एक बहाना भी होता ख्यालों में ही सही पर तेरे पास होने […]
नहीं होता है एहसास किसी को किसी के दिल के दर्द का क्यों करता है ग़ुनाह की किसी के दिल को दुखाने का क्यूँ ये दर्द इतना इतना गहरा है फिर भी इसमें ना कोई पहरा है मैंने तो मौत को करीब से देखा है फिर भी वक़्त मेरे इंतज़ार में ठहरा है क्यों नहीं […]
गम-ए-महफ़िल मे रुतबा हमारा और था आशिकों की भीड़ मे रुतबा हमारा और था फख्त हर वक्त आरजु उनकी बस दिल्लगी थी कैसे समझाते ‘साहिल’, लिये तिरे जज्बा हमारा और था। यू तो कई शख्सियते,शहर मे रूबरू थी कुछ ख्वाहिशे तो,कुछ को पाने की आरजु थी हर दफ़ा किसी बहाने नजरे चुरा ही लेते हम […]
देखा जवाब मिला मुझे कि, परेशान नहीं ठीक हूँ मैं। तुम सोचना नहीं मुझे कभी, तुम ढूंढना नहीं मुझे कभी, परेशान नहीं ठीक हूँ मैं। जब तस्वीरे देख जाओ कभी, जब आँखों में पानी लाओ कभी, रुमाल निकाल पोछ सकते हो, या इतना पानी तो सोख सकते हो पर मुझे कुछ नहीं कहना क्योंकि, परेशान […]