February 4, 2020.Reading time 3 minutes.
जाने भी दो यारों (कविता का शीर्षक)जाने भी दो यारोंजाने भी दो यारोंकब तक निगाहों में उनके बनते फिरोगे तुम गाफ़िलकल भी तेरे गुनाहों की चर्चा थी महफ़िल महफ़िलइस शोख मुहब्बत से तौबा क्यों न कर लो यारोंजाने भी दो यारोंअटकी पड़ी हैं सांसें बंद घड़ी की सूइयों सीमिलन की आशाएं दुबकी पड़ी छुइमुइ सीनयनों […]
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February 12, 2019.Reading time less than 1 minute.
समय मिले तो आकर मिलनालाइब्रेरी की टेबल पर,कुछ न बोलेंगें हम ज़ुबाँ सेऔर अटकेंगे किताबों पर,पलटेंगे पेजों को यूँ हींलफ्ज़ सुनेंगें हज़ारों पर,लिखे हुए लैटर का क्या करना ?जज़्बात पढ़ेंगे आँखों पर,दांतों तले कभी होंठ दबातेमुस्कान छुपायेंगे होंठों पर,समय मिले तो आकर मिलना,लाइब्रेरी की टेबल पर। (इस कविता के रचनाकार के सम्बन्ध में विवाद होने […]
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August 4, 2017.Reading time 1 minute.
नर्म लबों की जो छुई है दस्तक। पहलू में कोई गुलजार है। फिर है मोह्बत उस आशिक़ी से। शामों को फिर तेरा इंतेजार है। गिरती है पलकें उठती है पलकें। दिल ये कैसा बेकरार है। समुन्दर के न जाने कितने है अर्से। कितने दिन बीते कितने हम तरसे। धड़कन को बस तेरा इंतेजार है। तेरा […]
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June 8, 2017.Reading time 1 minute.
ऐ सनम ! दिल की पनाहों में आजा प्यार तुमपे फिर बेशुमार आया है । है मोहब्बत ही मोहब्बत दिल में भरी, इतना तुमपे आज प्यार आया है । रहने दो छोड़ो बइयाँ मेरी, मारेंगी ताने सखियाँ मेरी, पूछेंगी बता कहाँ से ये खुमार आया है? कहना ज़रा इतना सखियों से अपनी, है साजन मेरा […]
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