कुछ तो असर है (कविता का शीर्षक)कुछ तो असर है ज़िन्दगी में तेरी दुआओं का,कि ग़म बहुत है, आँखें भी नम है,फिर भी जिए जा रहे हैं, धीरे धीरे ही सही पर दो घूँट पीए जा रहे हैं,एक नीला सा आसमान है, कहने को तो सारा जहान है,पर तेरे बिना सब मंजर बंजर सब रेगिस्तान […]
दिल किसी का तोड़ना मत प्यार सच्चा झूठा करना मत,कभी भी दिल किसी का तोड़ना मततोड़ना मत दिल नाज़ुक होता है तोउसे तोड़ना मत दिल कोई खेल का मैदान नहींउसपे प्यार का खेल खेलना मत चाहते हो तुम किसी को दिल से तो उसकी आँखों में आँसू लाना मत कभी भी दिल किसी का तोड़ना […]
क़िस्मत क़िस्मत की बात है जब से मिला हूँ तुझसे तू मेरे साथ है किस्मत ने हमे मिलाया था एक दूसरे के साथ जीना सिखाया था दूर हो कर भी पास रहना सिखाया था किस्मत को काश मंज़ूर ना था हमारा साथ रहना तभी तेरी माँ को हमारे बारे में बताया था दूर हो गये […]
ये प्यार क्यों खास है दो अजनबियों का एहसास है ये कब कहा कैसे हो जाये न जाने ये केसा राज़ है प्यार की खुशिया तो एक प्यार करने वाला ही जाने मुझे जैसे आशिक़ को बर्बाद करने में भी प्यार का ही हाथ है ये प्यार क्यों खास है में था सीधा साधा भोला […]
महफ़िल भी सूनी लगती है तेरा कसर लगता है, ग़म भी खुशी लगती है तेरा असर लगता है। है लगता हर पल सदियों -सा, बरसों -सा बिन तेरे; तेरा दिल ही मुझे अब मेरा घर लगता है। है चाहता ये दिल हर पल तेरे दीदार को, तड़पता हूँ, बेचैन रहता हूँ मामुली सा पत्थर भी […]
प्यार है तू मेरा मैं तेरी फिदाई जर जैसे बाल है तेरे हिरण जैसी आँखे चेरहा है गुल के जैसा दर्पण जैसी बातें अदाये है कमर के जैसी गुल के जैसी सासे परिवास भी फीकी लगती है सजन तुम्हारे आगे ये तेरी मोहब्बत का नशा है या मेरे दिल से निकला एक तराना हर साँस […]
ख्याल तू गुजरता हर साल तू वो 2,4 दिन की मुलाकात तू मेरी क़िताबो में फसी हर बात तू होने वाली दिल में हर आहट तू ज़िन्दगी का हर एहसास तू कुछ गन्दा बच्चा सा कुछ पगलू सा कुछ खास तू तेरी मैं मेरी पहचान तू दिल में बसा हर अरमान तू मेरे आने […]
धूल जमी डायरी के कुछ पन्ने जो खोले, तेरी यादो के सिलसिले फिर काबिज़ हो गए, पलटता रहा पन्ने और फिर बहने लगा जज्बातों का समुंद्र जो कभी हिलोरे लेता था मुझमे, भले ही बेजान खामोश सी हो गयी थी वो लहरे कुछ लम्हात के लिए, पर यकीन मान एक तूफ़ान तेरी यादो का हर […]
प्यार का पता नहीं की वो क्या होता है। पर जब हम मिलते हैं एक अजनबी से तो सब कुछ बदल जाता है। उसकी छोटी छोटी बाते बहुत हँसाती हैं। और दिल है की एक खुद की ही दुनिया बसा लेता है। शायद किसी अजनबी का साथ जो दिल को अच्छा लगने लगे वही प्यार […]
कुछ खो के लिखा कुछ पा के लिखा हमने इस कलम को अक्सर आँसुओं में डुबो के लिखा कभी मिली नसीहत कभी वाह-वाही मिली हमने अपने ग़मों को अक्सर शब्दों में संजो के लिखा – गीतेश बॉस
पता नहीं किसकी दुनिया में खो गया हूँ प्यार की किस्ती में बैठ, साहिल की खोज में सो गया हूँ ऐसी क्या कमी है मुझमे जिसे देख कोई प्यार करने से डरता है उन्हें कोई ये समझाओ , “नादानी है ये उसकी जो ये हद से ज्यादा प्यार करता है । “ थक गया […]
छल मत कर छल मत कर छल मत कर सब जान कर तू बनी,बनाई बात तू बिगाड़ मत तू रोता है मन मेरा ये जान कर कि अच्छी-खासी रिश्ते को बिगाड़ा है अभी था मैं अकेला जब तू थी नही तूने ही धड़काया दिल जब तू थी मिली है कोई बात तो कह दे ना […]
November 14, 2015.Reading time less than 1 minute.
रोने दे कुछ पल मुझको ये आंसू अच्छे लगते हैँ कभी कभी ये गम के बादल भी कुछ अपने लगते हैं हँसना मेरा सबने देखा जो मेरी पहचान है पर छुप छुप के हूँ कितना रोया इस बात से सब अनजान हैं रात की छाया ले आई जब तन्हाई उदासी सी कुछ उमड़ आई सहसा […]
काश एक पल दिया होता जो तुमने मुझे तो मैं कह पाता वो बातें जिन्हें मैंने समझने में देर की थी काश एक पल दिया होता जो तुमने उन बातों को जो मेरे अधरों तक न आ पायी उन रुस्वा हुए बेरुखे से प्यार में काश एक पल दिया होता जो तुमने खुद को तो […]