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Hindi Love Poem for Lovers-तुमसे ही प्यार है
हाँ मुझे तुमसे ही प्यार है,
हाँ मुझे तुमसे ही प्यार है,
पर तुम कहाँ हो, मुझे तुम्हारा अभी तक इंतज़ार है,
हाँ मुझे तुमसे ही प्यार है,
कभी सपनो से बाहर भी आया करो,
मुझे अपनी अदा से तड़पाया करो,
किस कदर तुम्हारा मुझ पर खुमार है,
हाँ मुझे तुमसे ही प्यार है,
हाँ मुझे तुम से प्यार है,
तुम झरने सी चंचल, तुम पर्वत सी सुन्दर,
करती हो हर पल, तुम पायल सी छन-छन,
तुम्हारी मोरनी सी चल का अब तक मुझे इंतज़ार है,
हाँ कहता हूँ फिर से मुझे तुम से प्यार है,
अब तो आजाओ मेरे सपनो से बाहर,
इस दुनिया को भी तुम्हारी झलक का इंतज़ार है,
हाँ मुझे तुमसे ही प्यार है,
हाँ मुझे तुमसे ही प्यार है
-सत्यम राजा
Hindi Love Shayari for Girlfriend-जान
हँसीनों में हँसीन सब से हँसी हो
ओ मेरी जान तुम मेरे दिल में बसी हो
खोलूँ जब आँखें तुम्हें देखना चाहूँ
जो बंद करूँ आँखें तुम्हें मन में देखूँ
वो मासूम चहरा वो प्यारी बातें
वो मीठी आवाज़ वो हँसी मुलाकातें
वो तुम्हारा पल पल मुझे याद करना
वो मेरा तुम्हें सोच ठंडी आहें भरना
तुम्हें चाहता हूँ
तुम्हें सोचता हूँ
तुम्हें पूजता हूँ
तुम्हें मांगता हूँ
तुम ही तो हो मेरे सपनों की रानी
तुम्हारे बिना फीकी है मेरी ज़िंदगानी
आओ मिलो अब ना करो अब देरी
तुम मेरी थी कल भी और आज भी हो मेरी
-अनुष्का सूरी
Hindi Love Shayari for Her-हज़ारो ग़ज़ल लिख गया
उनकी खूबसूरती पे हज़ारों ग़ज़ल लिख गया,
उन्हें खूबसूरती का बेपनाह ताज कह गया,
संगमरमर से खूबसूरत है हुस्न जिनका,
उनके हुस्न को अजंता की मूरत लिख गया,
उनकी खूबसूरती पे हज़ारों ग़ज़ल लिख गया,
उनके जिस्म की खुश्बू मेरी रूह में बस गयी,
उनकी प्यारी छवि मेरे दिल में उतर गयी,
पायल छनकती आई वो इस दिल में,
उनकी पायल की चमचम को
सुरों से सजा कोई गीत लिख गया,
उनकी खूबसूरती पे हज़ारों ग़ज़ल लिख गया,
वो आके रात में बाहों में बस गये,
वो होंठों से होंठों को मेरे चू गये,
वो जिस्म में उतरेय इस कदर की मेरी सांस बन गये,
उनकी सांसो के जीने को जीने का अंदाज़ लिख गया,
उनकी खूबसूरती पे हज़ारों ग़ज़ल लिख गया,
उनकी आंखो से मिलना हुआ इस कदर की उनमें डूब गया,
देखता रहा बस उनकी आँखों को आँखों में खो गया,
चूमा जब उनकी आँखों को,
खूबसूरत पलकों पे सजा कोई ख्वाब लिख गया,
उनकी खूबसूरती पे हज़ारों ग़ज़ल लिख गया
-गौरव
Hindi love poem for lost love-बहुत दिन गुज़र चुके
बहुत दिन गुज़र चुके
तेरे दूर जाने में
कितनी देर लगेगी और
तेरे लौट आने में
वैसे तो काम बहुत हैं
मुझे ज़माने में
लेकिन आशिक़ हूँ मैं
तेरा बताने में
आजा अब छोड़ ये लुक्का छिप्पी का खेल
किसी बहाने से
मैं हूँ तेरा तू है मेरी
सबको बताने में
-अनुष्का सूरी