आँखों के सामने आंखें खोलें तो दीदार तुम्हारा होना चाहिए,अगर करे बंद तो स्वप्न तुम्हारा होना चाहिए,हमें मरने के लिए हर लम्हा मंज़ूर है,बस कफ़न के बदले आँचल तुम्हारा होना चाहिए। तुझे आँखों के सामने रखने की कोशिश करता रहता हूँ,कोई कर न ले साज़िश तुझे चुराने की इस बात से डरता रहता हूँ,तुझे आँखों […]
तुम्हारी याद दिल से जाती नहीं (कविता का शीर्षक) तुम से मिलने की आशा बहुत है मगर,तुम से मिलने कि रुत है कि आती नहीं|करूँ कितनी भी कोशिश दिल बहलाने की मगर,एक तेरी याद दिल से है कि जाती नहीं || प्रेम कि राह में मुझको ले चली|वो हाथ पकड़ के अपनी गली||मैं तो चलता […]
बुरा ना मनो होली है (कविता का शीर्षक) निकलेंगे घर से शरबत और चिल्लम चूम के खेलेंगे होली घूम-घूम के बजाके डी जे तेरे संग लगाएंगे ठुमके लगाके दो पेग तेरे संग झूमना है तेरे गोरे गालों में रंग लगाके तेरे रसीले होठों को चूमना है रंग पिचकारी से रंगीन हो गयी तेरी चोली है […]
फिर होली आ गयी (कविता का शीर्षक) लाल गुलाबी रंग से रंगी थी तू मेरे दिल पर छा गई बहुत याद सता रही है सनम आज फिरसे होली आ गयी हाथों में रंग गुलाल लिए हम दोनो घूमते थे सारा जहान नसीब ने खेल खेला कुछ ऐसा आज तूम कहाँ हम कहाँ तेरी याद मुझे […]
तेरी यादें (कविता का शीर्षक)उल्फत है तेरी कि ये बाहें तुझे पुकारती हैंहर रोज़ तेरी चाहत में ये तन्हाई मुझे डराती हैखुदा करे ये मुहब्बत तुझे भी एक बार मिलेये दर्द जो मुझे मिला है तुझे हर बार मिलेटूटे तारे की चमक भी नहीं छुपा सकतेये दर्द जो सीने में है तुम्हें भी नहीं बता […]
अगर मेरे बस में होता (कविता का शीर्षक)आसमान के सारे चाँद-तारे तोड़ लाता,दुनिया की सारी सुंदरता,तुम्हारे बालों में सजा देता,अगर मेरे बस में होता,दुनिया के सभी झरनों को ,मैं “माही” बना देता,आँखों से बहते आँसू,और लबों पर मुस्कान झलकते,दोनों को मैं संगम बना देता,अगर मेरे बस में होता,रातों में भी तुम्हारे, ख्बाबों में सोता,सपनों में […]
आप की यादें (कविता का शीर्षक)चाँदनी रात हैएक प्यारी सी बात हैहाथों में चाय का प्याला हैआपके आगमन से जीवन में उजाला हैयही बैठे हुएचाय की चुस्कियाँ लगाते हैंजबभी आपका खयाल आता हैमन ही मन मुस्कुराते हैं । यूँ तारों का टिम-टिमानाआपकी आखें याद दिलाता हैचाँद पर नज़र जाए तोआपका चेहरा नज़र आता हैकुछ तो […]
उमंग-तरंग (शीर्षक)डूब डूब उतर आओआमग्न हो प्यार मेंझील की जल परियोंडूब डूब उतर आओ अंधेरे के आंचल मेंहीरे की कणियों सीआशा की जुगनुओंखुशियों के बयार मेंपंख पंख लहराओआमग्न हो प्यार मेंडूब डूब उतर आओ नभ में तेरी काया उजलीउर में यौवन की बिजलीसागर की ललनाओंदिल के दयार मेंबूंद बूंद बरसाओआमग्न हो प्यार मेंडूब डूब उतर […]
कुछ तो असर है (कविता का शीर्षक)कुछ तो असर है ज़िन्दगी में तेरी दुआओं का,कि ग़म बहुत है, आँखें भी नम है,फिर भी जिए जा रहे हैं, धीरे धीरे ही सही पर दो घूँट पीए जा रहे हैं,एक नीला सा आसमान है, कहने को तो सारा जहान है,पर तेरे बिना सब मंजर बंजर सब रेगिस्तान […]
जाने भी दो यारों (कविता का शीर्षक)जाने भी दो यारोंजाने भी दो यारोंकब तक निगाहों में उनके बनते फिरोगे तुम गाफ़िलकल भी तेरे गुनाहों की चर्चा थी महफ़िल महफ़िलइस शोख मुहब्बत से तौबा क्यों न कर लो यारोंजाने भी दो यारोंअटकी पड़ी हैं सांसें बंद घड़ी की सूइयों सीमिलन की आशाएं दुबकी पड़ी छुइमुइ सीनयनों […]
तुमसेउस एक दिन जब बातें शुरू हुई तुमसेलगा कुछ तो अलग सा है तुम मेंलगा कुछ तो नया सा है तुम मेंफिर रोज़ की बातें होती गयीऔर यूं बिना सोचे पिघलती रही मैं उन मेंयूं ही बिना समझे फिसलती रही उस रास्ते पेहाँ पता था मुझको दोबारा उसी रास्ते जा रही हूँ जहाँ गम बहुत […]
लगता है उससे मोहब्बत होने लगी हैसूरत ना देखी मैंने उसकी,मूरत फिर भी उसकी बनने लगी है,दिन को चैन नहीं आता,और रातों की नींद उड़ने लगी है,लगता है उससे मोहब्बत होने लगी है,उसकी यादों में, आँखों से नीर बहते है,अब तो आँखों को आँसू से मोहब्बत होने लगी है,कलम लिखना चाहती है, केवल तुम्हारे बारे […]
मुझे तुमसे इश्क़ हो गयाखुदा से मिला रहमत है तूमेरे लिए बहुत अहम् है तूतेरे प्यार का मुझपे रंग चढ़ गयामुझे तुमसे इश्क़ हो गयान न करते कब हाँ कर बैठीदिमाग का सुनते सुनते कब दिल की सुन लीबस इतना पता है तुमसे इश्क़ हो गयाकब हुआ कैसे हुआ बस हाँ तुमसे इश्क़ हो गयातेरे […]
प्यार पति का (कविता का शीर्षक)इतना क्यों प्यार करते हो तुम?मांगू सौ रुपैया कभी भी,सौ बार ही सोचते हो तुम,इतना क्यों प्यार करते हो तुम?आऊं कभी थक कर अगर,या रहूँ बीमार घर पर,सिर्फ अंडा कढ़ी से काम चला लेते हो तुम,इतना क्यों प्यार करते हो तुम?ज़रूरत पड़ी जब भी तुम्हारी,चार कदम पीछे हट जाते हो […]