May 17, 2020.Reading time 5 minutes.
गलती बेशक गलती सिर्फ तेरी नहीं,कुछ मेरी भी होगी खामोश रातों में आंखें तेरी भी भीगी होगीयकीन है हमेंतू भी तड़पा होगा भीगी पलकों के साथबीते लम्हों की तुझे भी याद आयी होगीबेशक गलती सिर्फ तेरी नहीं,कुछ मेरी भी होगी वो रातों की कुछ शरारतेंजिस में अक्सर नींदें खो जाया करती थीबेशक तुझे भी याद […]
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March 15, 2020.Reading time 5 minutes.
तुम्हारी याद दिल से जाती नहीं (कविता का शीर्षक) तुम से मिलने की आशा बहुत है मगर,तुम से मिलने कि रुत है कि आती नहीं|करूँ कितनी भी कोशिश दिल बहलाने की मगर,एक तेरी याद दिल से है कि जाती नहीं || प्रेम कि राह में मुझको ले चली|वो हाथ पकड़ के अपनी गली||मैं तो चलता […]
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March 3, 2020.Reading time 13 minutes.
एक वक़्त था (कविता का शीर्षक) एक वक़्त था .. जब हम अजनबी हुआ करते थे एक वक़्त था . जब वो अजनबी हो कर भी अपना सा लगा करता था एक वक़्त था . जब आंखें सिर्फ उसी को ढूंढा करती थी . एक वक़्त था .. जब उसे न देखो तो बेचैनी सी […]
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February 28, 2020.Reading time 3 minutes.
तेरी यादें (कविता का शीर्षक)उल्फत है तेरी कि ये बाहें तुझे पुकारती हैंहर रोज़ तेरी चाहत में ये तन्हाई मुझे डराती हैखुदा करे ये मुहब्बत तुझे भी एक बार मिलेये दर्द जो मुझे मिला है तुझे हर बार मिलेटूटे तारे की चमक भी नहीं छुपा सकतेये दर्द जो सीने में है तुम्हें भी नहीं बता […]
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February 24, 2020.Reading time 6 minutes.
कुछ तो असर है (कविता का शीर्षक)कुछ तो असर है ज़िन्दगी में तेरी दुआओं का,कि ग़म बहुत है, आँखें भी नम है,फिर भी जिए जा रहे हैं, धीरे धीरे ही सही पर दो घूँट पीए जा रहे हैं,एक नीला सा आसमान है, कहने को तो सारा जहान है,पर तेरे बिना सब मंजर बंजर सब रेगिस्तान […]
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January 15, 2020.Reading time 5 minutes.
तुमसेउस एक दिन जब बातें शुरू हुई तुमसेलगा कुछ तो अलग सा है तुम मेंलगा कुछ तो नया सा है तुम मेंफिर रोज़ की बातें होती गयीऔर यूं बिना सोचे पिघलती रही मैं उन मेंयूं ही बिना समझे फिसलती रही उस रास्ते पेहाँ पता था मुझको दोबारा उसी रास्ते जा रही हूँ जहाँ गम बहुत […]
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November 28, 2019.Reading time 2 minutes.
‘वह पल’ सालों का इंतज़ार एक पल बनके खड़ा था चाह तो थी कुछ और लेकिन समय विपरीत ही चल पड़ा था ।। पल की नज़दीकी क्षणिक और थी समय का चक्र भी मानो स्थल सा पड़ा था ।। आते ही उसके मैं समझ से बाहर खड़ा था मानो किसी बंजर जमीन को पानी का […]
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February 23, 2018.Reading time 3 minutes.
वो बचपन अच्छा था ये जवानी हार गई स्कूल के दिन अच्छे थे ये कॉलेज की इंजीनियरिंग मार गई वो मोज मस्ती तो स्कूल की थी जहाँ पहली से ना छोड़ा दसवीं तक का साथ वो स्कूल नहीं परिवार था जहां सब एक दूसरे के लिए मरते थे बिछडने का ना ग़म कोई और खुशी […]
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February 20, 2018.Reading time less than 1 minute.
काली पन्नों में लिखें तकदीरें बने रिश्तों की गवाही जनम जनम के कस्मे वादे बने टूटे दिल की परचाई बादलों की मेरी ये महल में छा गयी तन्हाई हमारी हर वो याद में जान है समायी चहरे पे मुस्कान लिए पीछे आँसू है छिपाई ~स्वेता Kaali pannom me likhe takdeere Bane rishton ki gavahi Janam […]
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December 19, 2017.Reading time 2 minutes.
महफ़िल भी सूनी लगती है तेरा कसर लगता है, ग़म भी खुशी लगती है तेरा असर लगता है। है लगता हर पल सदियों -सा, बरसों -सा बिन तेरे; तेरा दिल ही मुझे अब मेरा घर लगता है। है चाहता ये दिल हर पल तेरे दीदार को, तड़पता हूँ, बेचैन रहता हूँ मामुली सा पत्थर भी […]
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September 25, 2017.Reading time 1 minute.
देखा जवाब मिला मुझे कि, परेशान नहीं ठीक हूँ मैं। तुम सोचना नहीं मुझे कभी, तुम ढूंढना नहीं मुझे कभी, परेशान नहीं ठीक हूँ मैं। जब तस्वीरे देख जाओ कभी, जब आँखों में पानी लाओ कभी, रुमाल निकाल पोछ सकते हो, या इतना पानी तो सोख सकते हो पर मुझे कुछ नहीं कहना क्योंकि, परेशान […]
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September 18, 2017.Reading time 2 minutes.
ज़ालिम , सितमगर , क़ातिल या बला होते तुम कुछ भी होते पर मेरी क़िस्मत में तो होते कुछ और जगह रखते अपने महल में मुलाजिम की तेरे सजदे में सर झुकाते और तेरी ख़िदमत में हम होते कभी चखने तो आते तुम मेरी नज़्मों के जाम को फिर रोज़ पिया करते तेरी आदत में […]
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February 19, 2017.Reading time 3 minutes.
वो रूठे हैं इस कदर मनायें कैसे। जज़्बात अपने दिल के दिखाएँ कैसे। नर्म एहसासों की सिहरन कह रही है पास आ जाओ। सिमट जाओ मुझमें और दिल में समां जाओ। देखो लौट आओ ना रूठो हमसे। बस रह गया है तुम्हारा इंतज़ार कब से। इतनी भी क्या तकरार हमसे । तेरे इंतज़ार में हो […]
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October 17, 2016.Reading time less than 1 minute.
मैंने चाहा तुमको चाहा हाँ सिर्फ तुमको चाहा तुमको पाना चाहा तुम में खोना चाहा पर तुमने मुझे ठुकराया मेरा मज़ाक बनाया मुझको पागल बताया नफरत को यूं निभाया हर लम्हा मेरा तनहा प्यार मेरा हुआ रुस्वा ये कैसा दर्द है रब्बा एक पल भी नहीं है चैना मैंने चाहा तुमको चाहा हाँ सिर्फ तुमको […]
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