January 20, 2019.Reading time 1 minute.
आरज़ू शून्य घोर चित्त चंचल में एक दबी है आरज़ू, तुम्हारी रोज़ की तकरार की आरज़ू, हमारी भीनी अनदेखी, मुस्कुराहट की आरज़ू, मेरी भीतर गुज़रती हर कसक की आरज़ू, तुम रुस्वाई की बात करते हो, तो समन्दर सी अश्कों से ढलने वाली आरज़ू, लगता है उधार दी है मैंने तुम्हैं सांसे अपनी, इन अधूरी सांसो […]
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February 19, 2018.Reading time 1 minute.
तुम आकाश हो अगर कभी मैं रहूंगी धरा तुम्हारी तुम पेड़ हो अगर कभी मैं रहूंगी छाया तुम्हारी तुम अगर फूल बन जाओ मैं महकूँगी तुम्हारी महक तुम अगर सागर बन जाओ तो छल्कुंगी बनकर तुम्हारी लेहेर तुम मेरे तन के कण-कण में बसे रहोगे मैं तुम्हारे मन के हर घर में बसी रहूंगी […]
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June 6, 2017.Reading time 1 minute.
हम जिसे चाहें वो भी हमें चाहे ये जरुरी तो नहीं, मिले प्यार के बदले प्यार ये जरुरी तो नहीं। मिलाकर मन कुछ लोग उतर जाते हैं दिल में, हो मिलन तन का तन से ये जरुरी तो नहीं। होते हैं कुछ लोग जो पा लेते हैं चाहकर कुछ भी, हो सबका नसीब एक जैसा […]
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June 1, 2017.Reading time 1 minute.
ना सता यूँ, ए ज़िन्दगी ! की मन हार गया हूँ मैं, जीत कर दुनिया सारी, सब कुछ हार गया हूँ मैं। आ और आकर थाम ले हाथ मेरा ए मौला ! जीने की चाह में, मौत के पार गया हूँ मैं। रिश्ते-नसीब-मेहनत सब आजमाए हैं मैंने, पासे ही उल्टे पड़ते हैं अब, हर बाज़ी […]
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