Hindi Love Poem for Her-Hawa Ke Jhonke
हवा के झोंकेमैंने सांस ली अपनी छत से…एक झोंके से वो उड़ चलीतू थी कहीं मीलों दूर अपनी छत पे…तेरी भी सांसें उड़ चलीमैंने सोचा कि मिलना तो ना था हमारे मुक़ददर में लिखामगर….कहीं ना कहीं वह हवाएं जाती होंगीजहां हमारे सांसें टकराती होंगी…जो कुछ हम कह न सके कभीवह मिलके अपनी दास्तान सुनाती होंगी […]
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