November 28, 2019.Reading time 2 minutes.
‘वह पल’ सालों का इंतज़ार एक पल बनके खड़ा था चाह तो थी कुछ और लेकिन समय विपरीत ही चल पड़ा था ।। पल की नज़दीकी क्षणिक और थी समय का चक्र भी मानो स्थल सा पड़ा था ।। आते ही उसके मैं समझ से बाहर खड़ा था मानो किसी बंजर जमीन को पानी का […]
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August 5, 2019.Reading time 1 minute.
रात की खुमारी मूक अँधेरी रात मेंकिसने छेड़ी बांसुरी की विरह तान कसमसाती हैं कलियाँ सनसनाते हैं कुछ गुमसुम अरमान बहती चपल बयार दिल का दुखड़ा कोई गुनगुनाती है साजन की याद में तड़पती विरहन कोई कुनमुनाती है चाँद है बरसाता नभमंडल से स्वेत अनुरागी कण धरा चूमती जिनको रसीले अधरों से हर-पल हर-क्षणअप्सरा करती श्रृंगार थामकर हाथों में अलौकिक दर्पण झिलमिल तारे झूमकर करते शुभ बेला में […]
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May 30, 2019.Reading time 1 minute.
ऐ खुदा उसके साथ रख थोड़ा पास रख उसकी ख़ुशी के लिए तेरे पास आया हूँ मेरी दुआ अब तेरे क़दमों में रख मानता हूँ भूल गया था मैं लेकिन अब वापिस आया हूँ तो निराश न रख बच्चा समझ के माफ़ कर दे मुझे तेरे क़दमों में मेरे लिए थोड़ी सी जगह रख ऐ […]
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