कैसे बताऊँ तुम मेरे दिल के कितने करीब हो
जो धरती पर जन्नत दिखा दे वही मेरे नसीब हो
तुम जो चलते हो लगता है हवा चली हो हल्की हल्की
तुम जो कुछ कह दो तो लगता है बजा हो गीत सुरीला
तुम्हारा रंग है गोरा जैसे हो मद्धम धूप
तुम्हारे बाल हैं काले जैसे हो घने जंगल
तुम्हारी आंखो के समुन्दर में डूबा रेहना चाहता हूँ
मुझे अपनालो तुम्हारा बन कर रेहना चाहता हूँ
Shayari
Hindi Love Poem-तेरी आंखो मे जो अजब सा नशा है
तेरी आंखो मे जो अजब सा नशा है
क्या बताऊँ दिल किस कदर तुझ पर फिदा है
उफ तेरी ज़ुल्फ़ों का वो घना अंधेरा
चुराता है दिल जैसे हो कोई लुटेरा
तेरे गाल पर वो जो काला काला तिल है
हाये उसे देख मचलता ये दिल है
वो तेरा बार बार मुझसे नज़रें चुराना
और मेरा यू ही तेरे सामने आ जाना
खुदा जाने कब तू कहेगी अपनी ज़ुबानी
अब शुरू की जाये अपनी प्रेम कहानी
कुछ बातें होंगी कुछ मुलाकातें होंगी
कहीं सपने सजेंगे कहीं नींदें उड़ेंगी
धीरे धीरे बढ़ेगी ये बेक़रारी
और छा जायेगी कुछ कुछ खुमारी
खो जायेंगे हम एक दूसरे में
तू समा जायेगी मुझ में और मैं तुझ में
भर जायेगी खुशियों से ये ज़िंदगानी
मैं तेरा राजा और तू मेरी रानी
Hindi Poem on Love-दिल की बात
दिल की बात को दिल में आज उतरने दो
वक़्त है ये ना ठेहरेगा इसे गुज़रने दो
आखों से करलो बातें मुझसे कुछ आज
बिन बोले भी सुन लो इस दिल की आवाज़
दिल है मेरा भोला पंछी उड़ने दो
दिल की बात को दिल में आज उतरने दो
तुम आते हो फूल खिलकर मुस्काते हैं
देखो कितनी हसीन ये मुलाकातें हैं
बार बार मिला करो मुझे खुद से जुड़ने दो
दिल की बात को दिल में आज उतरने दो
तुमको पा कर दिल से बस निकली एक फरियाद
चाहत में बस तेरी करें खुद को बर्बाद
तेरे लिये मेरी ये चाहत बढ़ने दो
दिल की बात को दिल में आज उतरने दो
Hindi Poem-मझदार में है कश्ती
मझदार में है कश्ती किनारा ढूँढती हूँ
हाँ मैं भी जीने का सहारा ढूँढती हूँ
कितने दिन बीत गये
देर भई उन्हें आने में
जाने कैसी कटेंगे दिन कैसे रातें
और इस बेरहम ज़माने की ये बातें
लेकिन उम्मीद का दामन न छोड़ा था न छोड़ेंगे
जीत ही पानी होगी अब तो हार का मुँह भी मोड़ेंगे
दिल कहता है बस एक ही बात
लगता ही जल्द होगी अपनी मुलाक़ात