तेरी आँखों की मस्ती
तेरी शोख अदा
तेरी मीठी बातें
ये हंसी मुलाकातें
यूं ही चलती रहे
हम मिलते रहे
तू है कितनी भोली
तू है इतनी प्यारी
तू ही बता दे
तुझे कैसे न चाहें
मेरे अंदर भी तू
मेरे बहार भी तू
मेरी सांसें
मेरी राहें
सब में बसी तू
तू ही मेरी पूजा
तू ही मेरी सेवा
तुझे चाहने की अलावा
न जानू काम दूजा
तू ही मेरा मंदिर
तू ही मेरी मूरत
तू ही है जाना
बस मेरी ज़रूरत
तुझको पुकारूँ
तुझको निहारूं
तुझको ही चाहूँ
तुझको ही पा लूँ
यही है चाहत
बस एक बार
बस एक बार
-अनुष्का सूरी