वो बचपन अच्छा था ये जवानी हार गई स्कूल के दिन अच्छे थे ये कॉलेज की इंजीनियरिंग मार गई वो मोज मस्ती तो स्कूल की थी जहाँ पहली से ना छोड़ा दसवीं तक का साथ वो स्कूल नहीं परिवार था जहां सब एक दूसरे के लिए मरते थे बिछडने का ना ग़म कोई और खुशी […]
प्यार तो बहुत पहले से था तुझसे बस तुझे खोने का डर था तेरी नाराज़गी से मुझे तेरे दूर जाने का डर था सोचा तो बहुत था बता दूँ तुझे हाले दिल अपना पर तुझसे बिछड़ जाने का डर था इज़हार तो किया तुझसे अपनी मोहब्बत का तुझे खुशी देकर, तेरे गमों को भुलाने का […]
थम गई है सोच भी थम गई है मंज़िल भी ना कोई साथी है ना कोई हमसफ़र चलना तो है लेकिन किस ओर अँधेरे को चीर कर जाना है कही लेकिन किस ओर और क्यूँ ? -दिव्या Tham gayi hai soch bhi Tham gayi hai manzil bhi Na koi sathi hai Na koi ham safar […]
हम जिसे चाहें वो भी हमें चाहे ये जरुरी तो नहीं, मिले प्यार के बदले प्यार ये जरुरी तो नहीं। मिलाकर मन कुछ लोग उतर जाते हैं दिल में, हो मिलन तन का तन से ये जरुरी तो नहीं। होते हैं कुछ लोग जो पा लेते हैं चाहकर कुछ भी, हो सबका नसीब एक जैसा […]
ना सता यूँ, ए ज़िन्दगी ! की मन हार गया हूँ मैं, जीत कर दुनिया सारी, सब कुछ हार गया हूँ मैं। आ और आकर थाम ले हाथ मेरा ए मौला ! जीने की चाह में, मौत के पार गया हूँ मैं। रिश्ते-नसीब-मेहनत सब आजमाए हैं मैंने, पासे ही उल्टे पड़ते हैं अब, हर बाज़ी […]
यह पल धीरे धीरे बीत जायेंगे कुछ नये पल इसमें जुड़ जाएंगे कुछ पलों बाद तुम इनको याद करके मुस्कुराओगे नये खूबसूरत पलों में पुरानी बातें सोच के हमेशा ही खिल खिलाओगे सोचेंगे कितने नादान थे हम जो ऐसे रूठा करते थे वो बचपन था हमारा जो ज़िद कर लिया करते थे मनाना तो हमे […]
दिल को इंतेजार है उस हमसफ़र का जो आने वाला है, जो मेरे ख्वाबों की दुनिया का राजकुमार बनें वाला है, जिस के आने की आहट ही दिल को बेताब कर जाती है, नजरें खुद-बा-खुद झुक जाती हैं, पलकें उठाऊँ तो आइना भी ठिठोलिया किया करता है, पूछता है किसने बढ़ाई है ये गालोँ की […]
वो आये हमारी जिंदगी में इस तरह की हमें खुद से मिला दिया हमने पूछा उस से की क्या न्यौछावर करें आप पे तो आके उन्होंने धीमे से मेरे कानो में कहा मुझे सिर्फ आप चाहिये जिंदगी जीने के लिये – रुबी ग्रोवर Wo aaye hamari jindagi mein is tarah … ki hamein khud se mila […]
तुम हो कितनी सुँदर तुम हो कितनी प्यारी तभी तो बनाया तुमको मैंने बीवी हमारी हंसती हो जैसे हो फुलवारी सारी पहनके लगती कितनी न्यारी बोल तुम्हारे मीठे जैसे हो शहद की धारी बाल तुम्हारे घने काले जैसे हो जंगल बाड़ी अच्छा अब कह दूँ तुमको ई लव यू प्यारी -अनुष्का सूरी Tum ho kitni sundar […]
तुमको देखा जब भी मैंने दिल से निकली एक ही बात मेरी खुशियाँ मिल जाएं तुम्हें तुम्हारे गम मिल जाएं हमें तुम हंस दो तो हो जाए उजाला तुम रो दो तो हो जाए मेघा तुम नाचो तो झूमे ज़न्नत तुम चुप हो तो रुस्वा किस्मत तुम ही हो मेरी मुहब्बत तुम ही हो मेरी […]
दिवानी दिवानी मैं हूँ दिवानी अनजानी अनजानी इश्क़ से अनजानी मनमानी मनमानी दिल करें मनमानी जब भी तुझे देखूँ सूझे नादानी जब भी तुझे चाहूँ आये प्यार दिलजानी तू ही मेरा रब है तू ही मेरी कुर्बानी तू ही मेरी पुस्तक तू ही मेरी कहानी दिवानी दिवानी मैं हूँ दिवानी – अनुष्का सूरी Deewani […]
December 22, 2015.Reading time less than 1 minute.
फ़िज़ाओं में आई सब बहारों की गुलिस्ता हो तुम चहरे पर हमारे जो मुस्कान है उसकी वजह हो तुम इस अंधेरों भरी ज़िन्दगी का उजाला हो तुम दर्द भरी राह में बस एक मसीहा हो तुम हर गम हर दर्द की दवा हो तुम एक अनदेखे अनजाने ख्वाब की हक़ीक़त हो तुम प्यार की मीठी […]
दबे दबे होंठो से कुछ बात आज कह दो दिल मैं जो दबाये हैं वो अरमान आज कह दो कह दो कि मुझसे कितना प्यार करते हो कह दो कि दिल में सिर्फ मुझको रखते हो न कह सको अगर होंठो से कुछ, तो प्यार के कुछ ख़त मेरे नाम कर दो कुछ तो कहो […]
हंसते हैं तो दिखते हैं बहुत हंसा करते हैं, गम को तो ऐसे छुपाते हैं जैसे मुट्ठी में खुशियों को दबाते हैं, करते हैं हर वक़्त काम हर बात भुला के, पर दिल जनता है हर काम के बहाने अपने आप को भुलाते हैं, वक़्त बीत जाता है शाम चली आती है, अपने साथ ग़मों […]