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Hindi Poem for Dream Girl-Sach-Sach Batao Yar Kaun Ho Tum

सच- सच बताओ यार कि कौन हो तुम

सोचते – सोचते थक गया हूँ मैं, फिर भी सोचता रहा,
लेकिन फिर भी नहीं समझ पाया,
कि कौन हो तुम,
क्या भूखे के पेट की रोटी की तलाश हो तुम,
या प्यासे को पानी की तलाश हो तुम,
या फिर जिंदगी की बीती हुई यादों का अहसास हो तुम,
या बरसो बाद माँ से मिलने पर प्यार की बरसात हो तुम,
क्या शायर की शायरी का शब्द हो तुम,
या कवियों की पंक्तियों में भाव देने वाला शब्द हो तुम,
या फिर फूल की पत्तियों की सुगंध हो तुम,
या बादलों से बरसते पानी की ठंडी फुहार हो तुम,
क्या अंधेरो में जो उजाला कर दे ,
क्या वो प्रकाश हो तुम,
या राहों में जो जलता है,
क्या वो महताब हो तुम,
या फिर जो सपनों मे आए ,
क्या वो ख्वाब हो तुम,
या किसी के पूछे सवाल का जबाब हो तुम,
जिसकी ध्वनि से मन प्रसन्न हो जाए,
क्या वो शंख हो तुम,
या जो पानी और दूध को अलग करदे,
क्या वो हंस हो तुम,
या पपीहा जिस बूंद के लिए बरसो प्यासा रहता है,
क्या वो स्वाती हो तुम,
छिपे है तुम्हारे चेहरे में कई राज,
क्या वो नकाब हो तुम,
जो हर टूटे दिल वाले के जुबां पर है,
क्या वो अल्फ़ाज़ हो तुम,
जिसको कभी खोला ना जा सके,
क्या वो राज़ हो तुम,
कितनी बार पूछ चुका हूँ तुमसे,
फिर भी क्यों मौन हो तुम,
अब तो सच-सच बता दो यार
कि कौन हो तुम,
-अजय राजपूत (झांसी)

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Hindi Love Poem-मुस्कुराने की वजह

मुस्कुराने की वजह तेरी आँखों में तलाश करते हैं
ए अजनबी हम तुम्हें कितना प्यार करते हैं
देखा नहीं तुझे कभी पर खाबों के रंगों से तेरी तस्वीर बनाया करते हैं,
तेरी प्यार भरी खूबसूरत तस्वीर को खाबों में ही सही हकीकत बनाया करते हैं,
मुस्कुराने की वजह तेरी आँखों में तलाश करते हैं,
ए अजनबी जब भी चलें कभी ज़िंदगी की हर राह पे तेरा इंतज़ार करते हैं
देखी कभी ना कोई राह, ना कभी चले प्यार की राहों पे तेरे बिना,
जो प्यार से थाम ले मेरा हाथ किसी राह पे उस अजनबी के आने का इंतज़ार करते हैं,
मुस्कुराने की वजह तेरी आँखों में तलाश करते हैं,
ए अजनबी जब थामता है तू मेरा हाथ धड़कन को थामा करता है
लगता है प्यार से मेरे गले रूह तक उतर जाया करता है
भूल जाता हूँ खुद को, तेरे प्यार में खो जाता हूँ
देखता रहता हूँ बस तेरी आँखों में
मुस्कुराने की वजह तेरी आँखों में तलाश करता हूँ
-गौरव