February 25, 2020.Reading time 2 minutes.
उमंग-तरंग (शीर्षक)डूब डूब उतर आओआमग्न हो प्यार मेंझील की जल परियोंडूब डूब उतर आओ अंधेरे के आंचल मेंहीरे की कणियों सीआशा की जुगनुओंखुशियों के बयार मेंपंख पंख लहराओआमग्न हो प्यार मेंडूब डूब उतर आओ नभ में तेरी काया उजलीउर में यौवन की बिजलीसागर की ललनाओंदिल के दयार मेंबूंद बूंद बरसाओआमग्न हो प्यार मेंडूब डूब उतर […]
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January 10, 2020.Reading time 7 minutes.
क्या हो तुम (कविता का शीर्षक)तुम्हें पता है कौन हो तुममेरे जिंदगी की अनछुई परछाई हो तुमसमझता मैं भी अजनबी था तुझे,मिला मुझे खुद का पता जब न था,मिली जब पनाह तेरे प्यार की,छोड़ हक़ीक़त सपनों में खो गया,मिला तेरा साथ तो अपनों का हो गया,बिताये हर एक पल ग़मों से दूर रहा मैं,रहता जिस […]
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January 9, 2020.Reading time 3 minutes.
पता नहीं कौन है वो (कविता का शीर्षक) पता नहीं कौन है वो,करूँ नैना बंद जब,एक सुंदर सूरत दिखती है वो,नहीं जानता मैं उसको,फिर भी मेरे दिल में बसती है वो,पता नहीं कौन है वो,क्या मैं प्यासा, तो मेरा पानी है वो,या मैं किस्सा, तो क्या मेरी कहानी है वो,मैं जहाँ रहूँ, जहाँ चलूँ,हमेशा मेरे […]
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January 2, 2020.Reading time 2 minutes.
सच- सच बताओ यार कि कौन हो तुम सोचते – सोचते थक गया हूँ मैं, फिर भी सोचता रहा,लेकिन फिर भी नहीं समझ पाया,कि कौन हो तुम,क्या भूखे के पेट की रोटी की तलाश हो तुम,या प्यासे को पानी की तलाश हो तुम,या फिर जिंदगी की बीती हुई यादों का अहसास हो तुम,या बरसो बाद […]
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July 12, 2016.Reading time 2 minutes.
रोज सपनो में आती रहती हो मुझमें खुद को जगाती रहती हो क्या इरादा है बेबी जो यूँ कुछ कुछ लिखवाती रहती हो वो सपनो की क्या बातें है जो जगी जगी सी आजकल सारी रातें है झूठ मुठ का रूठो ना तो रात भर प्यार से मनाती रहती हो रोज सपनो रहती हो लोग […]
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