Sad Love Poem on Holi-Phir Holi Agayi
फिर होली आ गयी (कविता का शीर्षक) लाल गुलाबी रंग से रंगी थी तू मेरे दिल पर छा गई बहुत याद सता रही है सनम आज फिरसे होली आ गयी हाथों में रंग गुलाल लिए हम दोनो घूमते थे सारा जहान नसीब ने खेल खेला कुछ ऐसा आज तूम कहाँ हम कहाँ तेरी याद मुझे […]
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