Holi Poem for Her-Bura Na Maano Holi Hai

बुरा ना मनो होली है (कविता का शीर्षक) निकलेंगे घर से शरबत और चिल्लम चूम के खेलेंगे होली घूम-घूम के बजाके डी जे तेरे संग लगाएंगे ठुमके लगाके दो पेग तेरे संग झूमना है तेरे गोरे गालों में रंग लगाके तेरे रसीले होठों को चूमना है रंग पिचकारी से रंगीन हो गयी तेरी चोली है […]

Read More