Hindi Love Poem on God-राहत के कुछ पल 

राहत के कुछ पल  मैं तेरे चरणों में पाता हूँ आके तेरे द्वार पे सारे गम भूल जाता हूँ रहती ना कोई ख्वाहिश मेरी ना मन में कोई इच्छा आंसू की बस बहती धारा निर्मल है ये मन मेरा शब्दों का ना कोई जाल है ना बोली की पहचान बिन कहे मेरे मन को जाना […]

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