February 4, 2020.Reading time 3 minutes.
जाने भी दो यारों (कविता का शीर्षक)जाने भी दो यारोंजाने भी दो यारोंकब तक निगाहों में उनके बनते फिरोगे तुम गाफ़िलकल भी तेरे गुनाहों की चर्चा थी महफ़िल महफ़िलइस शोख मुहब्बत से तौबा क्यों न कर लो यारोंजाने भी दो यारोंअटकी पड़ी हैं सांसें बंद घड़ी की सूइयों सीमिलन की आशाएं दुबकी पड़ी छुइमुइ सीनयनों […]
Read MoreLike this:
Like Loading...
December 2, 2019.Reading time less than 1 minute.
देखा जब उसेदेखा जब उसे …दिल में आग लग गयी ….वक्त थम गयाऔर धडकन रुक गयी …पास जाकर देखातो चांद सी खिल गयी …कुर्ता जॅकेट मेंअप्सरा सी मिल गयी ….क़ातिल निगाहों मेंचमक उठी थी …उसकी हर मुस्कुराहट पेसांसे रुकी थी …उसकी हर अदाओं पेहम फिदा हो गए …जन्नत सी दिख गयीऔर हम वफा हो गए […]
Read MoreLike this:
Like Loading...
November 28, 2019.Reading time 2 minutes.
‘वह पल’ सालों का इंतज़ार एक पल बनके खड़ा था चाह तो थी कुछ और लेकिन समय विपरीत ही चल पड़ा था ।। पल की नज़दीकी क्षणिक और थी समय का चक्र भी मानो स्थल सा पड़ा था ।। आते ही उसके मैं समझ से बाहर खड़ा था मानो किसी बंजर जमीन को पानी का […]
Read MoreLike this:
Like Loading...