जाने भी दो यारों (कविता का शीर्षक)जाने भी दो यारोंजाने भी दो यारोंकब तक निगाहों में उनके बनते फिरोगे तुम गाफ़िलकल भी तेरे गुनाहों की चर्चा थी महफ़िल महफ़िलइस शोख मुहब्बत से तौबा क्यों न कर लो यारोंजाने भी दो यारोंअटकी पड़ी हैं सांसें बंद घड़ी की सूइयों सीमिलन की आशाएं दुबकी पड़ी छुइमुइ सीनयनों […]
हम सारे वादों को निभाएंगे, जिंदगी को सफल बनाएंगे, तुम जो संग बने रहो, तुम वादा करके मुकर ना जाना, मेरे दर्द प्रार्थनाओं को खोरी-कोटी ना सुनाना, फिर भी तुमसे किया वादा निभाउंगा, तुम जो संग बने रहो। तुम्हारे कारण हर चाहत से इज़हार है मेरा, तुम्हारे कारण हर जीत से प्यार है मेरा, मेरा […]
चाँद चांदनी को चाहता है जिस कदर, उस कदर चाहूँ मैं तुझे। मेरी एक खुवाईश है कि बस, या तू मेरी बन जा या अपना बना ले तू मुझे। मुझे अच्छी तरह याद है वो दिन, जब हमारा मिलन हुआ , ये भी याद है तुम ने उस दिन क्या पहना हुआ था, हमारी किस […]
याद है मुझे आज भी उनसे मेरी पहली मुलकात का वो सफर था वो बड़ा ही खास दिन मेरे लिये था वो सफर लम्बा पर सुनकर उनकी मीठी आवाज कर दिया सफर मेरा सुकून भरा मेरे सफर की पूरी थकान उतर गई जब उसने मुस्कुरा के मुझे देखा याद है मुझे मेरी नयी ज़िंदगी […]
हृदय की अनकही बातें कभी जब लब पर आती हैं स्वरों में कम्पन होती है. स्वयं पलकें झुक जातीं हैं। कहीं भी दिल नहीं लगता मिलन की तीस सताती है कभी जब तन्हाई मे. किसी की याद आती है। प्रात: खुशियों से भर जाती शाम अभिसार में जाती है दिन उदास रहता है.रात मे नींद […]
आँखों ही आँखों में बातें इशारों में तुमने जो मुझसे कहीं है ऐसा क्यों लगता है जैसे की तुमको भी मुझसे मोहब्बत हुई है ऐ हमसफ़र,मेरे हमसफ़र देखूँ हर जगह आये तू ही नज़र ऐ हमसफ़र, मेरे हमसफ़र तारीफें तेरी कैसे करे हम कैसे करे हम ख्वाईशें हलचल मची है दिल में ये मेरे दिल […]
क़िस्मत क़िस्मत की बात है जब से मिला हूँ तुझसे तू मेरे साथ है किस्मत ने हमे मिलाया था एक दूसरे के साथ जीना सिखाया था दूर हो कर भी पास रहना सिखाया था किस्मत को काश मंज़ूर ना था हमारा साथ रहना तभी तेरी माँ को हमारे बारे में बताया था दूर हो गये […]
जाने क्या रिश्ता है जाने क्या नाता है तुमसे अनजाना सा एहसास है अनजानी सी राह है जाने क्या चाहता है यह बावरा मन इसकी लीला यही जाने ना कहुँ तुझे चाँद का टुकड़ा ना कहुँ तुझे मेरे लिये बनाया है बस इतना कहुँ की तू जीने का सहारा है जाने क्या रिश्ता है तुमसे […]
दीदार-ऐ-नजर ना सही सपनों में आते रहिये मुलाकातों का सिलसिला यूँ ही चलते रहने दो लब खामोश अगर तो क्या आँखों से बताते रहिये इस दिल को अपनी बेकरारी यूँ ही कहते रहने दो हवा आहिस्ता बहे तो क्या इन जुल्फों को उड़ाते रहिये इन केशों को हंसी चेहरे पे यूँ ही बिखरते रहने दो […]
पता न चला, मै कहाँ खो गया उसके जुल्फों के नीचे, सहर हो गया एक मुस्कान जो, उसने मेरे नाम की तो पूरे शहर मे, कहर हो गया अब तो दबे पाँव, मिलने लगी तो सारा जमाना, लहर हो गया पूरी दुनिया जली, उसने उल्फत जो की तो मै उसके लिए, हमसफ़र हो गया इतने […]
हाँ मचला था कुछ पल को दिल फिर सो गया आज उससे फिर मिल भी लिये तो क्या हो गया मोहब्बत की राहों में हर किसी को भटकना है सामना उनसे अगर हो भी गया तो क्या हो गया माना की ज़ख्म अभी अभी तो भरा था मेरा उसके मिलने से हरा हो भी गया […]
याद जब भी उसकी आती है रातों की नींद उड़ ही जाती हैं मेरे दिल का हाल ना पूछो प्यारे आशिकी ऐसे ही होती है तेरे खोने का गम है मुझको तेरी यादें बहुत सताती हैं याद जब भी उसकी आती है तूने धोखा दिया वह बेवफा तेरी यादें मुझे रुलाती हैं तेरे इश्क में […]
ये प्यार क्यों खास है दो अजनबियों का एहसास है ये कब कहा कैसे हो जाये न जाने ये केसा राज़ है प्यार की खुशिया तो एक प्यार करने वाला ही जाने मुझे जैसे आशिक़ को बर्बाद करने में भी प्यार का ही हाथ है ये प्यार क्यों खास है में था सीधा साधा भोला […]
प्यार तो बहुत पहले से था तुझसे बस तुझे खोने का डर था तेरी नाराज़गी से मुझे तेरे दूर जाने का डर था सोचा तो बहुत था बता दूँ तुझे हाले दिल अपना पर तुझसे बिछड़ जाने का डर था इज़हार तो किया तुझसे अपनी मोहब्बत का तुझे खुशी देकर, तेरे गमों को भुलाने का […]