January 24, 2019.Reading time 3 minutes.
अब दिल ये मेरी सुनता नहीं बहुत समझाया है मैने इस दिल को पर अब ये मेरी सुनता नहीं हर धड़कन में अब तुम हो बसे कि ये सपना कोई बुनता नहीं तुम अब मेरे नही हो सकते ये दिल भी जानता है पर इस दिल का क्या कसूर ये तो तुझे ही खुदा मानता […]
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January 20, 2019.Reading time 1 minute.
आरज़ू शून्य घोर चित्त चंचल में एक दबी है आरज़ू, तुम्हारी रोज़ की तकरार की आरज़ू, हमारी भीनी अनदेखी, मुस्कुराहट की आरज़ू, मेरी भीतर गुज़रती हर कसक की आरज़ू, तुम रुस्वाई की बात करते हो, तो समन्दर सी अश्कों से ढलने वाली आरज़ू, लगता है उधार दी है मैंने तुम्हैं सांसे अपनी, इन अधूरी सांसो […]
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