ईद मुबारक मेरे चांद
तुम दिखे तो पूरी हुई फरियाद
तुमको जब अाते देखा
उस पल के बाद कुछ नहीं याद
तुमसे रोशन ये ज़िंदगानी
तुम बिन जीना जैसे मीन बिन पानी
तुम जब मुस्कुरादो
दिल खिल जाए
रो दो जो तो
बादल बरस जाए
अाज के इस मुबारक दिन
कह दें नहीं जी सकते तुम बिन
-अनुष्का सूरी