तुम हो तो है हस्ती हमारी
तुम से ही है मेरी खुशियाँ सारी
तेरी एक हंसी पर मैँ खुद जाऊ वारी
सलामत रहे ये जोड़ी हमारी
तू करें जब श्रृंगार डाल के साड़ी
क्या बताऊं बंद हो जाये धड़कनें सारी
तू शीतल तू सुंदर तू कितनी प्यारी
तुम से है मुहब्बत ओ बीवी हमारी
– अनुष्का सूरी
very very nice herttouchable
good
Very nice poem and special thanks for it mam.