रोने दे कुछ पल मुझको
ये आंसू अच्छे लगते हैँ
कभी कभी ये गम के बादल भी
कुछ अपने लगते हैं
हँसना मेरा सबने देखा
जो मेरी पहचान है
पर छुप छुप के हूँ कितना रोया
इस बात से सब अनजान हैं
रात की छाया ले आई जब तन्हाई
उदासी सी कुछ उमड़ आई
सहसा ढलका आँख का पानी
आंसू बन के बहता गया
कोई न यहाँ जग है तन्हा
हैं बस मैं और मेरी तन्हाईयाँ
साथ मेरा देते हैं आंसू
छाईं हैं वीरानियाँ
-गौरव
bhot khoob
Chahat apani hi chahat
har lamha tere rango me ranga raha aur pata chala ki rangat ne mujhko aoda aur mane khud ko choda
awsm yr……really heart touching lines
Hh