कभी पागल कभी आवारा हूँ..
कभी तेरे खयालों में खो जाता हूँ..
कभी ख़यालों में ही तेरे संग जी लेता हूँ..
कभी नींद में भी बेचैन हो जाता हूँ..
तुझे सोचते रहना, तुझे चाहते रहना..
बस एक यही काम अब मुझे है करते रहना.…
तू मेरी क़िस्मत में है ही नहीं जाना…
पर दिल मेरा ये बात आज तक ना माना..
मैं तेरा इंतज़ार करूँगा..
इस जनम में क्या
हर जनम में तुझपे ये जान निसार करूंगा
-इशान चोधरी
super masht hai yard
कुछ अधूरा सा कहा है…तुम पूरा समझ लेना…. … .
खामोशी में सहमी हुई मुस्कान दे सकता हूँ मैं रातों की परछाइयों का साया दे सकता हूँ मैं बिखर तो गया हूँ आज तेरे जाने से मैं कुछ पल के लिये ही सही, तुझे तेरी ज़िंदगी वापस दे सकता हूँ मैं –