उनको छूने का एहसास अब अजनबी नहीं लगता
कि वो दिल के बहुत करीब हो गये
लड़ते हैं झगड़ते हैं
कि देते हैं हज़ारों घाव प्यार के वो दिनभर हमको
कि रात में हम रोते हुए सो जाते हैं
लेकिन वो भी करते हैं इस क़दर प्यार हमको
कि रात में जब हम सो जाते हैं
आते हैं करीब हमारे घाव पे मरहम भी वही लगा जाते हैं
देखते हैं हम भी चुप-चाप उनको मरहम लगाते हुए नॅम आँखों से
और उनके दिये दर्द में भी प्यार की बारिश समझ के भीग जाते हैं
क्योंकि मरहम जहां वो हमको लगाते हैं
वहां एक घाव वो अपने आप को भी दे जाते हैं
-गौरव