देखो अब ना शर्माना प्यार का मौसम आया
चारों तरफ है छाई फूलों की मस्त बहारें
पर किसको है होश कि तुम्हें छोड़ देखें और नज़ारे
खुश्बू खुश्बू रौशन रौशन हो तुम
मेरे इस नादान दिल की धड़कन हो तुम
चलो आज लिख दें मोहब्बत की किताबों में अपना भी नाम
आशिक़ दीवानों में हो जायें हम भी बदनाम
चाहा था, चाहता हूँ, और चाहूंगा तुमको यूं ही हमेशा
करो वादा मुझसे मेरी थी, मेरी हो और मेरी रहोगी तुम हमेशा
– अनुष्का सूरी