तेरी यादों के सायों ने मजबूर कर दिया
आँखों की नमीं ने आँखों को नॅम कर दिया
पल पल तेरी यादों ने जुदाई के बादल ला दिये
पल पल भीगे थे जो तेरे एहसास मेरे साथ उन एहसासों के साये ला दिये
आँखों की नमी भी आँखों में समां न सकी
पहलू मैं छुपके मेरे दर्द की वजह बन गयी
धीरे से आके समाने लगी वो नमीं मेरे हाथों में
तेरी खुशियों की दुआ बन गयी
जिसे करता हूँ इतना प्यार उसकी खुशी ही मेरे जीने की वजह बन गयी