जब से जुदा हूँ तुमसे
गम से नाता हो गया है पुराना
आँखों के आंसू थमते नहीं
न भूलता है वो गुज़रा ज़माना
याद आती हैं वो हसीन मुलाकातें
वो नोक-झोंक वो मीठी बातें
वो वक़्त का जल्दी से गुज़र जाना
वो तुम्हारा मेरे हाथों में अपना हाथ थमाना
वो मुझसे तुम्हारा खफा हो जाना
वो मेरा तुम्हें बार बार मनाना
साथ जीने मरने की कसमें थी खाई
एक दिन हो गयी लेकिन अपनी जुदाई
आज भी दिल में उठता है दर्द
काश मिल सको कभी तुम मुझसे दोबारा