फूलों सा कोमल मन तुम्हारा
दिल को छू जाता है
वो तुम्हारा बालों को सहलाना
न मिलूँ मैं तो घबराना
वो सुबह शाम की मुलाकातें
वो छोटी रातें और लम्बी बातें
वो तुम्हारा फिक्र को जतलाना
वो मेरा हर बात पर इतराना
वो प्यार का मीठा मीठा इज़हार
और एक दूजे पर रब से ज़्यादा ऐतबार
न भूली थी ना भूल सकती हूँ
हाँ मुझे हैं सिर्फ तुमसे प्यार
I loveyou komal