कैसे बताऊँ तुम मेरे दिल के कितने करीब हो
जो धरती पर जन्नत दिखा दे वही मेरे नसीब हो
तुम जो चलते हो लगता है हवा चली हो हल्की हल्की
तुम जो कुछ कह दो तो लगता है बजा हो गीत सुरीला
तुम्हारा रंग है गोरा जैसे हो मद्धम धूप
तुम्हारे बाल हैं काले जैसे हो घने जंगल
तुम्हारी आंखो के समुन्दर में डूबा रेहना चाहता हूँ
मुझे अपनालो तुम्हारा बन कर रेहना चाहता हूँ