Posted in Be Mine Hindi Love Poems, Crazy in Love Hindi Poems, Emotional Hindi Love Poems, Hindi Love Letters, Hindi Love Poem Expressing Love, Hindi Love Poem For Girlfriend, Hindi Love Poem For Her, Hindi Love Poem on Imaginary Love, Hindi Love Poem to Propose a Girl, Hindi Love Poems in College Love, Hindi Love Poems on First Love, Hindi Love Shayari, Hindi Love Shayari for Girlfriend, Hindi Love Shayari for Her, Hindi Poem for A Girl, Hindi Poem on Dream Girl, Hindi Poem on First Love, Hindi Poems for Lover, I am in love Hindi Poems, I love you Hindi Poems, Love poems for Propose Day, Love Poems for Valentines Day, Mad in Love Hindi poems

Hindi Love Poem-आँखें बन जायें जब दिल की ज़ुबा

woman-1148923_960_720

आँखें बन जायें जब दिल की ज़ुबा

तो कैसे करें दिल की हालत बयान

वो ठंडी रातें वो भीगी बरसातें

वो प्यार में डूबी उसकी भोली बातें

वो उसका रुक रुक कर धीरे धीरे चलना

और उसको आता हुआ देख इस दिल का मचलना

काश कुछ बदल जाये अपनी भी ये तकदीर

बनूं मैं उसका रांझा और वो मेरी हीर

Author:

Writer, Marketer, Singer, Motivator, Educator, Poet, Blogger, Author, Editor, Researcher who is following her passion in life.

5 thoughts on “Hindi Love Poem-आँखें बन जायें जब दिल की ज़ुबा


  1. ऐ दिल ! तू फिर
    मुस्कुराया है ……………..
    है कुछ अपनी बात, या फिर
    उनकी बात कहने आया है
    बता दिल तू फिर
    क्यों मुस्कुराया है ?
    सियासी दौर मैं अब तो कुछ नजरों ने
    भी डराया है
    है कोई प्रेम आमंत्रण या फिर
    किसी ने प्रेम जाल बिछाया है
    बता मेरे दिल! तू
    क्यों मुस्कुराया है …………….?
    आज फिर महफ़िल में लोगो ने
    चर्चा बनाया है
    शायद किसी बेवफा ने उन्हें खूब
    हंसाया है
    पर तुझे क्या मिला दिल जो तू
    इतना मुस्कुराया है
    सच बता मेरे दिल! तू
    क्यों मुस्कुराया है …………….?
    ये किसी के आने कि आहट
    है ,या किसी को पाने कि चाहत है
    सवाल सैकड़ों हैं जिंदगी के जिसने तुझे
    इतना सताया है
    बता मेरे दिल फिर भी तू क्यूँ
    मुस्कुराया है …….?
    तू है ही जिद्दी ,जिसने तुझे
    इतना रुलाया है फिर भी तू उसी से
    मिलने आया है
    तुझे देखकर तो शहर भी हैरान है,शायद
    किसी ने ये सवाल उठाया है ……..
    जिस शख्स ने इतना जख्म दिया ,तू
    फिर क्यों उसी के जख्मों को धोने
    आया है,
    वाह मेरे दिल ! ,अब मालूम है मुझे तू
    क्यों मुस्कुराया है
    शायद फिर से तुझे कोई अपना बनाने
    आया है
    संभल जा मेरे दिल !शायद तू अंतिम
    बार मुस्कुराया ह

Leave a Reply