फूलों से तेरे नाज़ुक चेहरे पर खिलती है जब एक मुस्कान
सारे बगीचों में मच जाता है शोर सब भंवरे हो जाते हैं हैरान
यूँ तो तेरी मोहब्बत में सोचतें हैं हम भी पा लें कोई मुकाम
तेरे चाहने वालों की उस कतार में अपना भी एक हो जाये नाम
इश्क की गलियों से गुजरने वाले आशिक अक्सर हो जाते हैं बदनाम
पर तुझे इतना चाहने की तमन्ना है कि अपनी जुबां पर हो खुदा से पहले तेरा नाम
i like it!