हिंदी कविता – रुक जाओ अभी
रुक जाओ अभी मत जाओ ओ मेरे साजना
करना है हमें अभी तूफानों का सामना
साथ चलोगे तो सफ़र भी सुहाना
नहीं तो है पल में जुल्मी ज़माना
रुक जाओ अभी ..
हम तुम हैं तो चाहे जो कहे ज़माना
जीवन हमने संग है बीताना
रुक जाओ अभी …
अब तुम आगये हो तो फिर यूँ न जाना
हमेशा कसमें -वादे निभाना
ओ मेरे साजना ..रुक जाओ अभी ..
अतिउत्तम .. सरल शब्दों मैं एक कड़ा सन्देश उन सबके नाम … जो उन नाजुक पलों मे साथ छोड़कर चले जाते हैं शायद जब उनकी सबसे ज्यादा जरुरत होती हैं …
Really its awesome